जोखिम न लेना सबसे बड़ा जोखिम है, ऐसी दुनिया जो वास्तव में तेजी से बदलती है, एकमात्र रणनीति जो असफल होने की गारंटी है वह है जोखिम न लेना।
हम सब इंसान हैं। कोई भी निपुण नही है। गलतियों पर नहीं बल्कि अपने आपको बेहतर बनाने पर ध्यान दे, या आप आगे बढ़ोगे या रुकोगे, आपको गलतियों से डरना नहीं चाहिए।
लोग कहते हैं मैंने फेसबुक बनाई, स्टीव जॉब्स ने एप्पल कंपनी बनाई लेकिन यह सच नही है। एक इंसान यह सब नहीं कर सकता।
एक सवाल जो मैं खुद से रोज पूछता हूँ कि क्या मैं सबसे महत्वपूर्ण काम कर रहा हूं जो मैं कर सकता हूं?
मुझे लगता है कि व्यापार का एक सरल नियम है, यदि आप उन चीजों को करते हैं जो पहले आसान लगती हैं, तो आप वास्तव में बहुत प्रगति कर सकते हैं।
लोगो को परवाह नहीं की तुम क्या कहते हो, लोगो को परवाह है कि तुम क्या बनाते हो।
विज्ञापन सबसे प्रभावी ढंग से काम करता है, जब यह पहले से ही लोगों द्वारा किया जा रहा हो।
किसी को कहने का मौका मत दो कि तुम्हे बदलने की जरूरत है।
लोगों को साझा करने की शक्ति देकर, हम दुनिया को और अधिक पारदर्शी बना रहे हैं।
सवाल यह नहीं है, कि ‘हम लोगों के बारे में क्या जानना चाहते हैं?’ बल्कि सवाल यह है, ‘लोग खुद के बारे में क्या बताना चाहते हैं।
युवा उद्यमियों को यह जानने के लिए पर्याप्त रूप से आत्म-जागरूक होना महत्वपूर्ण है कि वे क्या नहीं जानते हैं।
मीडिया से ज्यादा किताबे किसी मुद्दे पर बेहतर और गहरी समझ पैदा करती है।
डर के ऊपर उम्मीद का होना ही साहस है।
कुछ लोग सफलता का सपना देखते हैं, जबकि कुछ जागते हैं और इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
अगर फेसबूक एक देश होता तो यह दुनिया का आठवां सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश हो सकता था।
उस चीज को खोजो जो तुम्हे बेहद पसंद है।
सीधे शब्दों में कहें: हम पैसे बनाने के लिए सेवाओं का निर्माण नहीं करते हैं, हम बेहतर सेवाएं बनाने के लिए पैसे कमाते हैं।
लोग सोचते हैं नवीकरण बहुत ही अच्छा आईडिया है लेकिन बहुत सारी चीजें जल्दी बदल जाती है और हमें अन्य चीजें भी परखनी चाहिए।
लोग कहते है कि मेरा भी समय आएगा, मैं कहता हूँ कि मैं मेरा समय खुद लाऊंगा।
मुझे लगता है कि सर्वश्रेष्ठ कम्पनियाँ शुरू नहीं हुई है, क्योंकि कंपनी का संस्थापक एक कंपनी नहीं चाहता था। वो दुनिया को बदलना चाहता था। अगर आप भी एक कंपनी की स्थापना करना चाहते है। तो शायद आप अपना पहला विचार विकसित कर देंगे और बहुत सारे श्रमिकों को काम भी देंगे।
जब आप हर किसी को एक आवाज देते हैं तब असल में आप लोगों को शक्ति दे रहे होते हैं, मगर वो आमतौर पर वास्तव में कहीं न कहीं समाप्त हो जाता है। इसलिए हम जो अपनी भूमिका निभा रहे है वो लोग देखते है और लोगों को यह शक्ति देता है।
एक कंपनी की स्थापना करना मुश्किल है। इसमें से ज्यादातर आसान नहीं हैं, आपको बहुत मुश्किल निर्णय लेने होंगे आपको कुछ लोगों के साथ लड़ना पड़ सकता है इसलिए यदि आप अपने मिशन में विश्वास नहीं करते हैं, तो आप के लिए उसे छोड़ देना आसान होगा। अधिकांश संस्थापक हार जाते हैं लेकिन सबसे अच्छे संस्थापक कभी हार नहीं मानते हैं।
मैं अपने फोन से सब कुछ कर सकता हूँ और मुझे लगता है कि और भी बहुत सारे लोग कर सकते है।
आप जानते हैं, कुछ पीढ़ी पहले, लोगों को जानकारी साझा करने और उनके विचारों को बहुत सारे लोगों के साथ व्यक्त करने का कोई तरीका नहीं था। लेकिन अब वे कर सकते हैं अभी इंटरनेट पर सोशल नेटवर्क्स और अन्य टूल की मदद से 500 मिलियन लोगों के पास यह कहने का एक तरीका है कि वे क्या सोच रहे हैं और उनकी आवाज सुनी जा सकती है।
फेसबुक मूल रूप से एक कंपनी बनाने के लिए नहीं बनाया गया था। यह एक सामाजिक मिशन पूरा करने के लिए बनाया गया था – जिससे दुनिया को और अधिक खुला और जुडा हुआ बनाया जा सके।
जब मैंने 2004 में अपने छात्रावास के कमरे से फेसबुक की शुरुआत की, तो यह विचार था कि मेरे क्लासमेटस और मैंने हर समय के बारे में बात की थी वह एक ऐसी दुनिया थी जो अधिक खुली थी।
फेसबुक में जो बात लोगो को सचमुच मोटीवेट करती है, वो ये है ऐसी चीजें बनाना जिसपे उन्हें गर्व हो।
मैंने 19 साल की उम्र में वेबसाइट शुरू की थी। मुझे व्यवसाय के बारे में बहुत कुछ पता नहीं था।
मेरा लक्ष्य केवल एक कंपनी बनाना ही नहीं था बहुत से लोग मेरा गलत व्याख्यान करते हैं, जैसे कि मुझे रेनुए या प्रॉफिट के अलावा दूसरी चीजों की कोई परवाह नहीं है। लेकिन वह मेरे लिए सिर्फ एक कंपनी नहीं है मगर वो मेरे लिए ऐसी इमारत का निर्माण करना है जो वास्तव में दुनिया में बहुत बड़ा परिवर्तन करता है।
लोगों को शेयर करने की शक्ति देकर, हम दुनिया को और अधिक पारदर्शी बना रहे हैं।
पता लगाएँ कि अगली बड़ी प्रवृत्ति क्या है, वो हमें ये बताती है कि हमें किस पर ध्यान देना चाहिए।
जब मैं कॉलेज में था, तब मैंने कई बेवकूफ काम किए और मैं इसके लिए एक बहाना नहीं करना चाहता। जिन लोगों ने मुझे दोषी ठहराया है, उनमें से कुछ सत्य हैं और कुछ नहीं हैं। वहाँ मजाक, आईएम हैं।
बहेतर होगा की आप कोशिश करे और नाकामयाब हो जाये और उससे कुछ सीखे बजाये उसके कि आप कुछ करे ही नहीं।
हम अधिक लोगों की सेवा करने के लिए कंपनी चला रहे हैं।
फेसबुक का उपयोग इतना बड़ा है लोग अपने फोन पर बिताए गए लगभग 20 प्रतिशत फेसबुक पर टाइम स्पेंड करते है।
मेरा लक्ष्य कभी भी फेसबुक को शांत करना नहीं था मैं एक शांत व्यक्ति नहीं हूँ।
तेजी से आगे बढ़ो और चीजों को तोड़ो। जब तक आप सामान नहीं तोड़ रहे हैं, आप तेजी से बढ़ नहीं रहे हैं।
मैं गूगल को देखता हूं और लगता है कि उनके पास एक मजबूत शैक्षणिक संस्कृति है। जटिल समस्याओं के लिए सुरुचिपूर्ण समाधान।
सबसे अमीर देशों के लोगों के लिए कनेक्टिविटी सिर्फ एक विशेषाधिकार नहीं हो सकती। हमारा मानना है कि दुनिया में हर किसी को जोड़ना हमारी पीढ़ी की बड़ी चुनौतियों में से एक है, और यही कारण है कि हम जो कुछ भी कर सकते हैं, उसमें हम जो भी छोटा हिस्सा कर सकते हैं वो करेंगे, और हम खुश हैं।
मुझे लगता है कि लोगों को यह व्यक्त करने की मुख्य इच्छा रहती है कि वे कौन हैं। और मुझे लगता है कि वो इसके लिए हमेशा एक्साईटेड रहते है।
मुझे चीजें बनानी पसंद है, मुझे मेरी तस्वीर लेना पसंद नहीं ह
यदि आप हमेशा वास्तविक पहचान के दबाव में होते हैं, तो मुझे लगता है कि यह आपके लिए बोझ का कुछ हिस्सा है।
एक बार आपके पास एक ऐसा प्रोडक्ट होता है जिसके साथ आप खुश होते हैं, तो आपको सतत विकास के लिए चीजों को केंद्रीकृत करने की आवश्यकता होती है।
कुछ ना करने के बजाय तो ये अच्छा है कि आप असफल होकर कुछ सीखे।
उस चीज को खोजिये जिसे लेकर आप सुपर पैशनेट हों।
एक कामयाब व्यक्ति के होंठो पर हमेशा चुप्पी और मुस्कुराहट होती हैं।
हमारा लक्ष्य एक प्लेाटफार्म का निर्माण करना नहीं है, इसे पार करना है।
हैकरों का कार्य हमें निरंतर सुधार और प्रगति के लिए प्रेरित करता है। हैकर्स का मानना है कि हमेशा कुछ बेहतर हो सकता है और कुछ भी कभी भी परिपूर्ण नहीं है।
मेरा सोचना है कि लोगो में सिर्फ एक बात की प्रमुख इच्छां होती है कि वह दुनियाँ को यह बताना चाहते है कि वह कौन है। मेरे हिसाब से यह इच्छा आदिकाल से ही है।
इनोवेशन का सही मतलब अच्छा आईडिया होने के साथ नयी चीजें ट्राई करना और जल्दी से सफलता प्राप्त करना हैं।
हमें उन नायकों की और ज्यादा जरूरत है, जो हमारी प्रेरणा बनते हैं।
मेरी बनाई चीज फेसबुक इसलिए अच्छी है, क्योंकि यहाँ पर हर कोई अपनी बात रख सकता हैं।
हम यह जरूर सुनते हैं कि हमारे लोग हमसे क्या चाहते हैं, जो वह कहते है हम उसे बड़ी ही गहराई से सुनतें हैं।
सफल आदमी बनने के बजाय, अच्छा आदमी बनने का सोचिये।
आपकी अंतिम गलती ही आपके लिए सबसे बड़ी सीख होगी।
जिनके छोटे भाई-बहन जो कॉलेज या स्कूलों में पढ़ रहे है, इनके लिए मेरी एक ही सलाह है, प्रोग्राम कैसे काम करता है, सीखना चाहिए।
कोई पूंछे कि 19 साल की छोटी सी उम्र में कोई क्या कर सकता हैं? तो जवाब होगा- बहुत कुछ।
एक सफल बिजनस का यही तरीका है, सरल काम पहले करो।
हम फेसबुक पर सिर्फ यह करने की कोशिश कर रहे हैं कि – लोगों को जोड़ने और अधिक कुशलता से संवाद करने में मदद मिले।
मेरा मतलब है, हमने बहुत सारे अच्छे उत्पादों को बनाया है जो अच्छे हैं, और लोगों को फोटो और वीडियो शेयर करने में और एक दूसरे को संदेश लिखने में मदद करेंगे।
अभी आपके घर के सामने मरते हुए एक गिलहरी अफ्रीका में लोगों के मरने की तुलना में अपने हितों के लिए और अधिक प्रासंगिक हो सकता है।
सीधे शब्दों में कहें हम पैसे बनाने के लिए सेवाओं का निर्माण नहीं करते, हम पैसे बनाते हैं ताकि बेहतर सेवाओं का निर्माण कर सकें।
बेहतर होगा कि आप कोशिश करें और नाकामयाब हो जाएं और उससे कुछ सीखें बजाये इसके की आप कुछ करें ही नहीं।
मेरा सोचना है की लोगो में सिर्फ एक बात की प्रमुख इच्छां होती है की वह दुनियाँ को यह बताना चाहते है की वह कौन है। मेरे हिसाब से यह इच्छा आदिकाल से ही है।
विज्ञापन सबसे प्रभावी ढंग से तब काम करते हैं जब वो उसी चीज से सम्बंधित हों जिसे लोग पहले से ही करने का प्रयास कर रहे हैं।
मैं गूगल की तरफ देखता हूँ और सोचता हूँ कि उनके यहाँ एक मजबूत शैक्षिक संस्कृति है। जटिल समस्याओं का सुरूचिपूर्ण समाधान।
फेसबुक मूल्य रूप से एक कंपनी बनाने के लिए नहीं बनाया गया था यह एक सामाजिक मिशन पूरा करने के लिए बनाया गया था – दुनिया को एक दुसरे से जुड़े रहने के लिए बनाया गया था।
लोगों की योगदान शक्ति लेकर, हम दुनियां को और पारदर्शी बना रहे हैं।
इंटरनेट पर या सोशल नेटवर्क पर अन्य उपकरण के साथ, इन सभी 500 मिलियन लोगों के पास यह कहने का एक तरीका है कि वे क्या सोच रहे हैं और उनकी आवाज सुनी जा सकती हैं।
आप को उस चीज को ढूँढना है, जिसे लेकर आप बहुत एक्साईटेड हों।
कनेक्टिविटी एक मानवता अधिकार है।
हमारा लक्ष्य यह है कि हम लोगों के बारे में सबसे पहले ध्यान रखते हैं।
पता लगाएँ कि अगली बड़ी प्रवृत्ति हमें क्या बता रही है, हमें किस पर ध्यान देना चाहिए।
हमें लगता है कि बिसनेस का एक सरल नियम यह है कि, यदि आप ऐसा करते हो जो पहले आसान हो, तो आप वास्तव में बहुत प्रगति कर सकते हैं।
अच्छा होगा कि आप प्रयास करें और असफल हो जाएं और उससे कुछ सीखें बजाये इसके की आप कुछ करें ही नहीं।
कम्पनियां जो काम करती हैं वे लोग हैं जो लोगों की वास्तव में परवाह करते हैं और दुनियां के लिए नजर रखते हैं।
लोग वास्तव में अधिक जानकारी और विभिन्न प्रकार की साझा नहीं करते हैं, बल्कि अधिक खुले तौर पर और अधिक लोगों के साथ-साथ सहज रूप से जुड़ें रहे हैं – और वह सामाजिक आदर्श कुछ ही समय के साथ विकसित हुआ है।
जब तक आप गलती नहीं कर रहे हैं, आप तेजी से आगे नहीं बढ़ रहे हैं।
ऐप्पल, गूगल, अमेजन, सैमसंग, और माइक्रोसॉफ्ट की तुलना में फेसबुक बहुत ही अलग जगह है हम एक ऑर्गनाइज बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
40 लाख से अधिक बिजनेस-ओनर के फेसबुक पर पेज हैं जिसे वे अपने कस्टमर्स से बातचीत करने के लिए प्रयोग करते हैं।
कंपनी वही चलती हैं जो सही में लोगों की चिंता करते हैं, और जिनका विश्व के लिए एक सपना हो, तो कुछ ऐसा करो जैसा आप चाहते हो।
आप उस चीज को खोजिये जिसे लेकर आप सुपर पैशनेट हों।
आप कुछ करने की कोशिश कर रहे है और असफल हो रहे है फिर भी आप कुछ सीख रहे हैं। कुछ भी नहीं करने की तुलना में कुछ करते रहना बेहतर है।
आप क्या करना चाहते है और उस कार्य को कराने के लिए अच्छे से अच्छे लोगों को ला सके तो आप काफी अच्छे से वह काम कर सकते हैं।
आप लोगों के बारे में क्या जानना चाहते हैं यह इम्पोर्टेन्ट नहीं है बल्कि इम्पोर्टेन्ट यह है के लोग आपके बारे में क्या जानना चाहते हैं?
आपको कभी भी बिना दुश्मन बनाये, अच्छे दोस्त नही मिल सकते।
एक डेस्कटॉप की तुलना में टीवी और टीवी की तुलना में मोबाइल ज्यादा करीब है।
एक अरब लोगों को कनेक्ट करने में मदद करना बहुत ही अद्भुत व सुखद है और मेरे अब तक के जीवन की वो चीज है जिस पर मुझे सबसे अधिक गर्व है।
एक बिजनस का निर्माण करना, बिना किसी मिशन के संभव ही नहीं हैं।
किसी नें भी इस बात का अध्ययन नहीं किया है, जहाँ तक में सोचता हूँ, लेकिन में सोचता हूँ फेसबुक वह पहला स्थान हो सकता है जहाँ से बहुत सारे लोग सामनें आए हैं। हमने उसका निर्माण नहीं किया था – समाज आम तौर पर इसके लिए तैयार था। मुझे लगता है यह एक सामान्य प्रव्रत्ति का एक हिस्सा है।
कुछ लोग बहुत अच्छे मेनेजर होते हैं, जो बड़ी आर्गेनाइजेशन को मैनेज कर सकते हैं, और कुछ लोग बड़े एनालिटिकल या स्ट्रेटेजी पर फोकस करने वाले होते हैं। आमतौर पर एक ही व्यक्ति में ये दोनों चीजें नहीं मिलतीं। मैं अपने आपको ज्यादातर बाद वाले कैम्प में रखूँगा।
कोई पूंछे कि 19 साल की छोटी सी उम्र में कोई क्या कर सकता हैं? तो जवाब होगा – बहुत कुछ।
जब मैं हार्वर्ड में पढ़ रहा था तो मैंने कुछ और भी चीजें बनायीं थीं जो एक तरह से फेसबुक के छोटे वर्शनस थे।
तमाम व्यवसाय इस बारे में चिंतित होते हैं, कि कहीं उनसे कोई गलती न हो जाये। वे जोखिम लेने से डरते हैं। कंपनियों की स्थापना इसलिए ही होती है ताकि लोग उन्हें विफलता की कसौटी पर कस सकें |
पहले, आप जानते हैं, कुछ पीढ़ियों पहले, लोगों के पास अपनी जानकारियों और राय को ज्यादा लोगों के साथ शेयर करने के रास्ता नहीं था, पर अब उनके पास है। अभी सोशल नेटवर्क तथा इन्टरनेट के अन्य उपकरणों के साथ सभी 500 मिलियन लोगों के पास एक रास्ता है कहने के लिए कि वह क्या सोचते हैं और अपनी आवाज को सुनाने का।
फेसबुक की वास्तविक कहानी बस इतनी सी है कि हमने पूरे समय बड़ी मेहनत से काम किया है। मेरा मतलब, जो रियल स्टोरी है वो शायद बहुत बोरिंग है, सही? मेरा मतलब, हम छह साल तक अपने कंप्यूटर पर बैठ कर बस कोडिंग करते रहे।
फेसबुक मूल रूप से एक कंपनी के रूप में नहीं बनाया गया था। इसे एक सामाजिक मिशन को पूरा करने के लिए बनाया गया था – दुनिया को और अधिक खुला और आपस में जोड़ने के लिए।
बिजनेस का एक आसान सा रूल है, अगर आप उन चीजों को पहले करते हैं जो सरल हैं, तो आप वास्तव में बहुत अधिक प्रोग्रेस कर सकते हैं।
भविष्य के लिये नेट न्यूट्रीलिटी बहुत ही मुख्यक डिस्कशन टॉपिक है।
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