
उन्हें लगता है उनको अपनी ज़ेहन से निकाल दिया हमने, असल में तो उनकी यादों ने खुद्येर कर रख दिया हमें।

निकलते-निकलते निकल ही गया फिर वो शख्स हाथ से, यकीन माने मेरा तुम मैंने हाथ थामने में पूरी जान लगा दी थी।

हमारी छोटी छोटी नोक-झोंक पर लोगों ने हमें क्यूट कपल कह दिया पर उन्हीं नोक-झोंक ने हमारा ब्रेक अप करवा दिया।

अब तुम्हें क्या बताऊँ, कैसा हाल है मेरा उसके बिन, रो-रो कटती हैं मेरी रातें और रात हो जाता है ये दिन।

तेरा धोखा भी मंजूर था, तेरा छोड़ना भी मंजूर था, इक बारी बाता तो देता, मुझे तो मेरा मरना भी मंजूर था।