
वो मेरी परवाह नहीं करते, मुझे इस बात की परवाह नही, परवाह इस बात की है कि, वो मेरी परवाह को परवाह नहीं समझते।

अगर मैं दूसरों की तरह मोहब्बत में दिखावा नहीं करता, तो ये मत सोच की मैं तेरी दिल से परवाह ही नहीं करता।

हौसले की दुकान हूं मैं, अपनी नजर में महान हूं मैं, दुनिया क्या कहती है मुझें परवाह नहीं, इस धरती का गुलिस्तान हूं मैं।

हजारों गीत हैं मेरे जहन में, मगर एक खास तराना ढूंढ रहा हूँ, जहाँ परवाह हो मेरी किसी को, वो एक ठिकाना ढूंढ रहा हूँ।

जिंदगी में हर जज़्बात शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता, कुछ जज़्बात किसी की परवाह में अपने आप झलक जाते हैं।

काश तुम्हारी आग बुझा पाता मैं, काश तुम्हारे दाग मिटा पाता मैं, करनी न पड़ती परवाह ज़माने की, काश इतनी हिम्मत जुटा पाता मैं।

कर न कुछ ऐसा कि ज़माना करे तुम पर सवालात, खुद की परवाह नहीं बस फिक्रमंद हैं तेरे ख़ातिर मेरे जज़्बात।