
झूठी दुनिया के झूठे फ़साने हैं लोग भी झूठे और झूठे ज़माने हैं धोखे मिलते है हर कदम पर यहाँ हर तरफ भीड़ है लेकिन अफ़सोस सब बेगाने हैं।
झूठी दुनिया के झूठे फ़साने हैं लोग भी झूठे और झूठे ज़माने हैं धोखे मिलते है हर कदम पर यहाँ हर तरफ भीड़ है लेकिन अफ़सोस सब बेगाने हैं।