Yaadein” is a Hindi word that translates to “Memories” in English. It refers to recollections of past experiences, events, or moments that are stored in one’s mind and evoke emotions when remembered. In the context of the Bollywood film titled “Yaadein,” it signifies the memories and emotional connections that play a significant role in the storyline, particularly in relation to family relationships and personal experiences. Certainly, “yaadein” (memories) are the mental imprints of moments, experiences, and events that one has encountered throughout their life. Memories can be triggered by various stimuli such as sights, sounds, smells, or even emotions. They play a crucial role in shaping a person’s identity, influencing their decisions, and contributing to their emotional well-being. “Yaadein” as depicted in the Bollywood film context captures the sentimentality and power of memories, especially within the context of family relationships. The film portrays how memories can serve as a bridge between past and present, shaping our interactions and decisions. It showcases the emotional impact of revisiting and reflecting on memories, emphasizing their role in influencing our understanding of ourselves and our connections with others.
इतना प्यार हो चुका है तुमसे के जहां पर भी प्यार की बात होती है मुझे सिर्फ तेरी याद आती हैं।
एक तरफा मोहब्बत के यही बात हैं वो याद तो आती हैं लेकिन याद नहीं करते।
निभाने वाले आपकी हर गलती माफ कर देते हैं और छोड़ने वाले बिना गलती के छोड़ जाते हैं।
तुझे याद करना भी एक अहसास है लगता है हर पल तू मेरे पास है!
बिछड़ कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था, हां पता था कि यह एक ख्वाब था लेकिन बड़ी हसीन था!
हो सके तो हमारी याद साथ रखना, दोस्ती का इतना तो एहसास पास रखना, आप की दुआओं से मिलेगी खुशिया मुझे, ये सोच कर हर दुआ में मुझे याद रखना।
यादों के भंवर में एक पल हमारा हो, खिलते चमन में एक गुल हमारा हो, जब याद करें आप अपने दोस्तों को, उन नामों में बस एक नाम हमारा हो।
तुम दोस्त बनके ऐसे आए जिंदगी में, कि हम ये जमाना ही भूल गये, तुम्हें याद आए ना आए हमारी कभी, पर हम तो तुम्हें भुलाना ही भूल गये।
साथ रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा, दूर होने के बाद कौन किसे याद आयेगा, जी लो ये पल जब हम साथ हैं दोस्तों, कल क्या पता वक़्त कहाँ ले के जायेगा।
जो तूने दिया उसे हम याद करेंगे, हर पल तेरे मिलने की फ़रियाद करेंगे, चले आना जब कभी ख्याल आये मेरा, हम रोज़ खुदा से पहले तुझे याद करेंगे।
हर वक़्त तेरी यादें तड़पाती हैं मुझे, आखिर इतना क्यों ये सताती हैं मुझे, इश्क तो किया था तुमने भी शौंक से, तो क्यों नहीं यह एहसास दिलाती हैं तुझे।
जिसकी यादों में रात गुजर जाती है, जिसकी लिए आँखें भर आती है, मुश्किल है उसको ये कह पाना, तेरे बिन धड़कन भी थम जाती है।
मुझे नींद की इजाजत भी उनकी यादों से लेनी पड़ती है, जो खुद आराम से सोये हैं मुझे करबटो में छोड़ कर।
वो जिंदगी ही क्या जिसमें मोहब्बत नहीं, वो मोहब्बत ही क्या जिसमें यादें नहीं, वो यादें ही क्या जिसमें तुम नहीं, और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नहीं।
नींद आँखों में नहीं वो ख्वाब खो गए, तन्हा ही थे, कुछ तेरे बिन हम हो गए, दिल कुछ तड़प उठा, ज़ुबान भी लड़खड़ाई, तेरी याद में दो आँसू चुपके से बह गए।
दुनिया के जो प्यार के दिन याद आया गए, दो बाजुओं की हार के दिन याद आ गए, गुजरे वो जिस तरफ से फिजायें महक उठी, सबको भरी बहार के दिन याद आ गए।
अकेलेपन का इलाज़ होती हैं यादें, बहुत ही हसीन सी होती हैं यादें, यूँ तो बोलने को कुछ भी नहीं हैं, पर माने तो अपना ही साया हैं यादें।
साँस लेने से भी तेरी याद आती है, हर साँस में तेरी खुशबू बस जाती है, कैसे कहूँ कि साँस से मैं ज़िंदा हूँ, जब कि साँस से पहले तेरी याद आती है।
कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती है, प्यास बुझती नहीं ये बरसात गुजर जाती है, अपनी यादों से कह दो यूँ न सताया करे, नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है।
उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता, उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता, मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता, लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता।
आज ये पल हैं कल बस यादें होंगी, जब ये पल ना होंगे तब सिर्फ बातें होंगी, जब पलटोगे ज़िन्दगी के पन्नों को, तो कुछ पन्नों पर आँखें नम, और कुछ पर मुस्कराहटें होंगी।
जुदा होकर भी सताने से बाज़ नहीं आते, दूर रहकर भी वो दिल जलाने से बाज़ नहीं आते, हम तो भूलना चाहते हैं हर एक याद उनकी, मगर वो ख्वाबों में आने से भी बाज़ नहीं आते।
इस तरह दिल में समाओगे मालूम न था, दिल को इतना तड़पाओगे मालूम न था, सोचा था दूर हो तो याद तो आओगे, मगर इस कदर याद आओगे मालूम न था।
दूर है आपसे तो कुछ गम नहीं। दूर रह कर भूलने वाले हम नहीं। रोज़ मुलाक़ात न हो तो क्या हुआ। आपकी याद आपकी मुलाक़ात से कम नहीं।
किसी की यादों को रोक पाना मुश्किल है, रोते हुए दिल को मनाना मुश्किल है, ये दिल अपनों को कितना याद करता है, ये कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर पाना मुश्किल है।
वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है, ख्वाबो में दास्तान पुरानी भेज देती है, कितने मीठे हैं उसकी यादों के मंजर, मेरी आँखों में नमकीन पानी भेज देती है।
जब आपका नाम ज़ुबान पर आता है, पता नही दिल क्यों मुस्कुराता है, होती है तसल्ली यह सोच कर हमारे दिल को, कि चलो कोई तो है अपना जो हर वक़्त याद आता है।
बिखरे अश्कों के मोती हम पिरो न सके, तेरी याद में सारी रात सो न सके, मिट न जाये आँसुओं से याद, यही सोच कर हम रो न सके।
वो दिन दिन नही, वो रात रात नही, वो पल पल नही, जिस पल आपकी बात नही, आपकी यादों से मौत हमे अलग कर सके, मौत की भी इतनी औकात नही।
ये आरज़ू नहीं कि किसी को भुलाये हम, तमन्ना नहीं है कि किसी को रुलाये हम, बस जिसको जितना याद करते है, उसे भी उतना ही याद आये हम।
सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा, सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा, ना जाने क्या बात थी उनमे और हम में, सारी महफ़िल भूल गए बस वो चेहरा याद रहा।
जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है, हम ने उदास रहने की आदत बना ली है, हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में, तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है।
दिल की हालत किसी को बतायी नहीं जाती, हमसे उनकी चाहत छुपाई नहीं जाती, बस एक याद बची है उनके जाने के बाद, वो याद भी दिल से मिटायी नहीं जाती।
चले जायेंगे मगर यादें सुहानी छोड़ जायेंगे, आपके दिल में अपनी निशानी छोड़ जायेंगे, कभी रोअगे तो कभी मुस्कुराओगे, हम इश्क़ की ऐसी कहानी छोड़ जायेंगे।
रात हुई जब शाम के बाद, तेरी याद आयी हर बात के बाद, हमने खामोश रहकर भी देखा, तेरी आवाज़ आयी हर सांस के बाद।
याद किसी को करना ये बात नहीं जताने की, दिल पे चोट देना आदत है ज़माने की, हम आपको बिल्कुल नहीं याद करते, क्योकि याद किसी को करना निशानी है भूल जाने की।
मेरी यादें मेरा चेहरा मेरी बातें रुलायेंगी, हिज्र के दौर में गुजरी मुलाकातें रुलायेंगी, दिनों को तो चलो तुम काट भी लोगे फसानो में, जहां तन्हा मिलोगे तुम तुम्हें रातें रुलायेंगी।
दिल जब टूटता है तो आवाज नहीं आती, हर किसी को मुहब्बत रास नहीं आती, ये तो अपने-अपने नसीब की बात है, कोई भूलता नहीं और किसी को याद नहीं आती।
हर बात समझाने के लिए नहीं होती, ज़िंदगी अक्सर कुछ पाने के लिए नहीं होती, याद अक्सर आती है आपकी, पर हर याद जताने के लिए नहीं होती।
बिखरे अश्कों के मोती हम पिरो न सके, तेरी याद में सारी रात सो न सके, मिट न जाये आँसुओं से याद, यही सोच कर हम रो न सके।
दिल की बात किसी से कही नहीं जाती, दिल की हालत अब हमसे सही नहीं जाती, तड़पती तो होगी वो भी हमारी तरह, वरना यूँ ही किसी की याद हर पल नहीं आती।
सांस थम जाती है पर जान नहीं जाती, दर्द होता है पर अबाज़ नहीं आती, अजीब लोग है इस ज़माने में, कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।
कौन कहता है हम आपको याद नहीं करते, करते तो हैं मगर इज़हार नहीं करते, सोचते हैं कहीं यादें बिखर न जायें, इसलिए हर बार दीदार नहीं करते।
आज ये पल है, कल बस यादें होंगी, जब ये पल ना होंगे, तब सिर्फ बातें होंगी, जब पलटोगे जिंदगी के पन्नों को, तो कुछ पन्नों पर आँखें नम और कुछ पर मुस्कुराहटें होंगी।
वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे। दुनिया में हम खुश नसीब होंगे। दूर से जब इतना याद करते है आपको। क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?
यूँ तो मुद्दतें गुजार दी हैं, हमने तेरे बगैर भी मगर, आज भी तेरी यादों का एक झोका, मुझे टुकड़ों में बिखेर देता है।
दिल की धड़कन रुक सी गई, सांसें मेरी थम सी गई, पूछा हमने दिल के डॉक्टर से तो पता चला, कि सर्दी के कारण आपकी यादें दिल में जम सी गई।
रात की खामोशी रास नहीं आती, मेरी परछाईं भी अब मेरे पास नहीं आती, कुछ आती भी है तो बस तेरी याद, जो आकर भी एक पल भी मुझसे दूर नहीं जाती।
हर एक मजार पर उदासी छाई है, चाँद की रौशनी में भी कमी आई है, अकेले अच्छे थे हम अपने आशियाने में, जाने क्यों टूटकर आज आपकी याद आई है।
उसकी बातें बार बार याद करके रोई, उसके लिए रब से फ़रियाद करके रोई, उसकी ख़ुशी के लिए छोड़ दिया उसे, फिर उसकी कमी का एहसास करके रोई।
जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है, हम ने उदास रहने की आदत बना ली है, हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में, तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है।
यादों की कीमत वो क्या जाने, जो किसी को यूँ ही भुला देते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं।
लफ्ज़,अलफ़ाज़,कागज,और किताब, कहाँ कहाँ नहीं रखता मैं तेरी यादों का हिसाब।
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से लोग हैं नाराज़ किस लिये, हमने कभी किसी को खफा तो नहीं किया।
उन हसीन पलों को याद कर रहे थे, आसमान से आपकी बात कर रहे थे, सुकून मिला जब हमें हवाओं ने बताया, आप भी हमें याद कर रहे थे।
मेरी आँखें तेरे दीदार को तरसती है, मेरी नस-नस तेरे प्यार को तरसती है, तू ही बता दे कि तुझे बताएं कैसे, कि मेरी रूह तक तेरी याद में तड़पती है।
कभी किसी सपने को दिल से लगाया करो, किसी के ख्वाबों में आया-जाया करो, जब भी दिल हो कि कोई तुम्हें भी मनाये, बस हमें याद करके रूठ जाया करो।
जाने कब आपकी आँखों से इज़हार होगा, आपके दिल में हमारे लिए प्यार होगा, गुजर रही है ये रात आपकी याद में, कभी तो आपको भी हमारा इंतज़ार होगा।
उसकी आदत पड़ गई है मुझे, जो छुड़ाए नही छुटती, खुद धुंधला पड़ गया हूँ मैं, उसे याद करते करते, अब उसे न सोचू तो जिस्म टूटने सा लगता है, एक वक़्त गुजरा है उसके नाम का नशा करते करते।
उस अजनबी का यूँ न इंतज़ार करो, इस आशिक दिल का न ऐतबार करो, रोज़ निकला करें किसी के याद में आंसू, इतना न कभी किसी से प्यार करो।
तुझको याद करके रोता है अब दीवाना तेरा, जो ना भूल पाएगा कभी भी ठुकराना तेरा, तुम हमें भूल जाओ शायद ये फितरत है तेरी, मुश्किल है हमारे लिए प्यार भुलाना तेरा।
मालूम नहीं मंज़िल खुद मुझे अपनी, कदम रुक जायेंगे खुद, सफर जहाँ खत्म होगा, तुम्हें याद न करूँ ऐसा पल न कभी आये, भूल जाऊं जिस दिन मैं तुम्हें, वो दिन आखिरी हो जाये।
साथ हमारा चाहे पल भर का सही, पर वो पल ऐसे जैसे कोई कल नहीं, न हो ज़िन्दगी में शायद फिर मिलना हमारा, पर महकती रहेंगी तुम्हारी यादें हमारे संग यूँ ही।
हम तो अपने दिल से किसी की याद मिटाते नहीं, इतनी बेरुखी से किसी को भुलाते नहीं, पर अपनी तक़दीर ही ऐसी है, हम लाख चाहकर भी किसी को याद आते नहीं।
याद में तेरी आँहें भरता है कोई, हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई, मौत तो सचाई है आनी है, लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई।
बनकर लब्ज मेरी किताबों में मिलना, बनकर सुगंध मेरे गुलाबों में मिलना, जब आयेगी तुम्हें हमारी याद, बनकर ख्वाब मेरी आँखों में मिलना।
हर रात रो रो के उसे भुलाने लगे, आंसुओं में उसके प्यार को बहाने लगे, ये दिल भी कितना अजीब है कि, रोये हम तो वो और याद आने लगे।
भुला देना उसे जो रुला जाये, याद रखना उसे जो निभा जाये, वादा आपसे करेंगे बहुत लोग, मगर दिल की बात कहना उससे, जिसके बिना एक पल न रहा जाये।
याद कर के भूलना ही न आया हमें, किसी के दिल को सताना ही ना आया हमें, किसी के लिए तड़पना तो सीख लिया, अपने लिए किसी को तड़पाना न आया हमें !!
अपनी यादों में हम तुम्हें बसाना चाहते है, अपने पास तुम्हें हम बुलाना चाहते है, थक गए हम तुम्हें याद करते करते, अब हम तुम्हें याद आना चाहते है !!
मालूम नहीं मंज़िल खुद मुझे अपनी, कदम रुक जायेंगे खुद, सफर जहाँ खत्म होगा, तुम्हें याद न करूँ ऐसा पल न कभी आये, भूल जाऊं जिस दिन मैं तुम्हें, वो दिन आखिरी हो जाये।
मोहब्बत का इशारा याद रहता है, हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है, दो पल जो प्यार की बाहों में गुज़रे हों, मौत तक वो नज़ारा याद रहता है।
शिकायत न करता ज़माने से कोई, अगर मान जाता मनाने से कोई, फिर किसी को याद करता न कोई, अगर भूल जाता भुलाने से कोई।
कोई चला गया दूर हमसे तो क्या करे, कोई मिटा गया सब निशान तो क्या करे, याद आती है उनकी हमें हद से ज्यादा, मगर वो याद न करे तो क्या करे।
उसकी याद ने आज फिर रुला दिया, कैसा है वो चेहरा जिसने ये सिला दिया, ग़मों में रहने का जिसे तरीका ना था, उसकी याद ने ढेरों ग़मों के साथ जीना सिखा दिया।
जिक्र उनका ही आता है मेरे फ़साने में, जिनको जान से ज्यादा चाहते हैं ज़माने में, तन्हाई में उनकी ही याद का सहारा मिला, जिनको नाकाम रहे हम भुलाने में !!
आँखों में रहने वालों को याद नहीं करते, दिल में रहने वालों की बात नहीं करते, हमारी तो रूह में बस गए हो आप, तभी तो आपसे मिलने की फ़रियाद नहीं करते !!
तरस गए आपके दीदार को, फिर भी दिल आप ही को याद करता है, हमसे खुशनसीब तो आइना है आपका, जो हर रोज़ आपके हुस्न का दीदार करता है !!
ना जाने कब तक ये आँखें उसका इंतज़ार करेंगी, उसकी याद में कब तक खुद को बेक़रार करेंगी, उसे तो एहसास तक नहीं इस मोहब्बत का यारो, ना जाने कब तक यह धड़कन उसका ऐतबार करेगी।
क्यों कोई मेरा इंतज़ार करेगा, अपनी ज़िंदगी मेरे लिए बेकार करेगा, हम कौन सा किसी के लिए ख़ास हैं, क्या सोच कर कोई हमें याद करेगा।
कब तक खुद को रोक पाएगी, बिना मेरे न वो रह पाएगी, मैं बस जाऊंगा उसकी यादों में इस तरह, कि फिर वो दूसरों को याद करना भूल जाएगी।
इंतज़ार तो हम आज भी किया करते हैं, आपसे मिलने की आस किया करते हैं, मेरी याद हिचकियों की मोहताज़ नहीं, हम तो आपको साँसों से याद किया करते हैं।
मजबूरी में नहीं दिल करे तो याद करना, दुनिया से फुर्सत मिले तो याद करना, दुआ है ज़माने की हर ख़ुशी मिले आपको, फिर भी आँख भर आये तो याद करना।
बूंदो से बना हुआ छोटा सा समंदर, लहरो से भीगती छोटी सी बस्ती, चलो ढूंढे बारिश में दोस्ती की यादें, हाथ में लेकर एक कागज़ की कश्ती।
आज भीगी हैं पलकें किसी की याद में, आकाश भी सिमट गया है अपने आप में, ओस की बूँदें ऐसी गिरी हैं जमीन पर, मानो चाँद भी रोया हो उसकी याद में।
जिससे चाहा था बिखरने से बचा ले मुझको, कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को, मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है, फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको।
जुदाई की कसक लिए, तेरी याद से जुड़ा आंसू, हर शब् मेरी आँख से टपका है, गुज़रे कल की तरह आज का दिन भी, तुम बिन उदास गुज़रता है।
जब तेरी यादों को आस पास पाता हूँ, खुद को बहुत ज्यादा उदास पाता हूँ, तुझे तो मिल गयी खुशियाँ जमाने भर की, मैं अब भी दिल में वही प्यास पाता हूँ।
तेरी याद में ज़रा आँखें भिगो लूं, उदास रात की तन्हाई में सो लूं, अकेले गम का बोझ अब सम्भलता नहीं, अगर तू मिल जाए तो तुझसे लिपट कर रो लूं।
बूंदे बारिश की यूँ ज़मी पे आने लगी, सोंधी सी महक माटी की जगाने लगी, हवाओ में भी जैसे मस्ती छाने लगी, वैसे ही हमें भी आपकी याद आने लगी।
आज ये कैसी उदासी छाई है, तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है, टूट के रोया है फिर मेरा दिल, जाने आज किसकी याद आयी है।
कोशिश कीजिये हमें याद करने की, लम्हें तो अपने आप ही मिल जायेंगे, तमन्ना कीजिये हमें मिलने की, बहाने तो अपने आप ही, मिल जायेंगे।
हमसे दूर जाने का बहाना ना बना लेना, बस जाने की एक वजह बता देना, खुद चले जाएंगे आपकी जिंदगी से, लेकिन जहाँ आपकी याद ना आये, उस जगह का पता बता देना।
अजीब ज़ुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर, सो जाऊं तो उठा देती हैं जाग जाऊं तो रुला देती हैं।
जब रात को आपकी याद आती है, सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है, खोजती है निगाहें उस चेहरे को, याद में जिसकी सुबह हो जाती है।
आप से जब से हमारी यारी हो गयी, दुनिया और भी हमारी प्यारी हो गयी, इस से पहले हम किसी भी चीज के आदी न थे; पर अब आप को याद करने की बीमारी हो गयी।
यादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती है, आँखों को सुलाने में कुछ देर तो लगती है, किसी शख्स को भुला देना इतना आसान नहीं, दिल को समझाने में कुछ देर तो लगती है।
उनकी याद में जलना अजीब लगता है, धीरे-धीरे से पिघलना अजीब लगता है, सारी दुनिया के बदलने से हमे फर्क नहीं पड़ता, बस कुछ अपनो का बदलना अजीब लगता है
किसने कह दिया आपकी याद नहीं आती, बिना याद किये कोई रात नहीं जाती, वक्त बदल जाता है, आदत नहीं जाती, आप खास हो ये बात कही नहीं जाती।
उनसे दूर जाने का इरादा तो न था, साथ साथ रहने का बादा भी न था, वो याद आएँगे ये जानते थे हम, पर इतना याद आयेंगे अंदाजा न था।
छोड़ दिया हमारा साथ कोई गम नहीं, भूल जायेंगे आप हमें, पर भूलने वाले हम नहीं, आप से मुलाक़ात ना हो पायी तो कोई बात नहीं, आपकी एक याद मुलाकात से कम नहीं।
हम तो हर बार मोहब्बत से सदा देते हैं, आप सुनते हैं और सुन के भुला देते है, ऐसे चुभते हैं तेरी याद के खंजर मुझको, भूल जाऊं जो कभी याद दिला देते हैं।
कभी रो कर मुस्कुराए कभी मुस्कुरा के रोए, जब तेरी याद आई तुझे भुला कर रोए, एक तेरा ही नाम था जो हज़ारों बार लिखा, जितना लिख कर खुश हुए उससे ज्यादा मिटा कर रोए।
कुछ आँसू होते हैं जो बहते नहीं, लोग अपने प्यार के बिना रहते नहीं, हम जानते हैं आपको भी आती है हमारी याद, पर जाने क्यों आप हमसे कहते नहीं।
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