Father's Day Shayari

Father’s Day is a celebration honoring fathers and celebrating fatherhood and the influence of fathers in society. It is celebrated on the third Sunday of June every year. This special day recognizes the contribution of fathers and forefathers in building families and societies.

India too has adopted Father’s Day enthusiastically over the past few years. For generations, the position of father has held great significance in Indian families. As a guiding force, anchor and selfless giver, fathers have always enjoyed enormous love, respect and gratitude.

Shayari is a powerful form of Hindi poetry which allows us to express our innermost feelings in an aesthetic manner. The sweetness of cadence, depth of emotions and warmth of sensitive words can vividly bring out the sentiments we hold for our fathers.

This comprehensive article offers readers an insightful guide to composing, finding and sharing Father’s Day Shayari which perfectly encapsulates the bond between a father and his child.

100+ Best Father’s Day Shayari

  1. पिता के बिना जिंदगी वीरान है, सफर तन्हा और राह सुनसान है। वही मेरी जमीं वही आसमान है, वही खुदा वही मेरा भगवान है।
  2. मुझे छांव में बिठाकर, खुद जलते रहे धुप में। मेरे पैरों में कांटे कभी न चुभे, मगर तुम्हारे तलवों में छाले मिले। तुम सफर में हर दम साथ रहे, तभी मुझको मंजिल मिली हैप्पी फादर्स डे
  3. यू तो दुनिया के सारे दर्द हंस कर झेल लेता हूं, मगर जब भी आपकी याद आती है, आंखों में आए आंसुओं को रोके नहीं पाता हूं।
  4. मतलब की इस दुनिया में वह पिता ही तो है, जो औलाद को बेमतलब प्यार करता है।
  5. दिल के हर कोने में है आपके होने का आभास, गालों पर आपके हाथों की वह थपकी, दूर रहकर भी कराती है आपके पास होने का एहसास।
  6. मन की बात जो पल में जान ले, आंखों से जो हर बात पढ़ ले। दर्द हो या खुशी, हर बात को पल में जान ले। पापा ही तो है, जो आपको बेपनाह प्यार दे।
  7. मेरी पहचान आप हैं, मेरी जमीं और आसमान भी आप हैं पापा।
  8. बिना बताए मेरे मन की हर बात पढ़ लेते हैं, मेरे पापा मेरी हर बात मान लेते हैं।
  9. सबसे खुशकिस्मत है वह इंसान, जिसके पास है पिता के प्यार की बेशुमार दौलत।
  10. अंधेरी जिंदगी की राह दिखाने वाली मशाल हैं, जीवन की परेशानियों से बचाने वाली ढाल हैं, मेरे पापा मेरे लिए मिसाल हैं।
  11. पिता वह कुम्हार हैं, जो अपनी डांट से ठोक-पीटकर, बच्चों को अच्छा इंसान बनाता है।
  12. अपनी दुनिया में आकर पता चला, मेरी खुशियों के लिए कितना कुछ कुर्बान किया होगा आपने पापा।
  13. अपने पिता को करता हूं शत-शत प्रणाम, जिन्होंने अपनी सारे इच्छाओं की बली देकर, मेरी ख्वाहिशों को दी उड़ान भरने की शक्ति। आज उनके एकाकी जीवन में अपनी दोस्ती का रंग भरकर, करता हूं उनके होंठों पर मुस्कान लाने की कोशिश।
  14. जो मजा पापा के कंधों पर झूलने में आता था, वो मजा पार्क के झूलों में कहां है।
  15. जिन्होंने मेरे बेरंग जीवन में, अपने खून-पसीने से खुशियों के रंग भरे हैं, बुढ़ापे में उनका सहारा बनकर, शायद उनकी जिंदगी में मैं दोबारा रंग भर पाऊंगा।
  16. जब तक पिता का रहता है साथ, जिंदगी में नहीं पकड़ना पड़ता किसी का हाथ।
  17. पापा खुशियां हैं, दुनिया हैं, संसार हैं, बिन पापा के अधूरा ये जीवन है।
  18. जिनका प्यार कभी नहीं बदलता, वह हैं पापा, जो बुरे वक्त में कभी नहीं छोड़ते साथ, वह हैं पापा, ख्यालों में भी रखते हैं मेरा ख्याल, वह हैं पापा, मेरे होंठों की हर मुस्कान पर, दिल-ओ-जान लुटाने को जो रहते हैं हमेशा तैयार, वह हैं मेरे पापा।
  19. पिता वह आसमां है, जिनका साया दुख में भी छाया देता है, और सुख में भी पिता भगवान का वह आशीर्वाद है, जो जिंदगी में असफल होने पर भी मिलता है, और सफल होने पर भी।
  20. जो हिम्मत हारने पर देते हैं साहस, असफल होने पर बताते हैं सफलता का रास्ता, दुख के हर पल को भी बना देते हैं खुशनुमा, वह और कोई नहीं, मेरे पापा ही तो हैं।
  21. बचपन में जिन्होंने उंगली पकड़ कर चलना सिखाया, बड़े होकर सपनों को उड़ान भरना सिखाया, वही पापा छिपकर जताते थे प्यार, जिसकी मैंने हमेशा की शिकायत, आज खुद पापा बनकर इस छिपकर प्यार का अर्थ समझा हूं, पर आपको अपना प्यार नहीं समझा पाया।
  22. कब का दुनिया मुझे कर देती बर्बाद, अगर पापा ने न दिया होता साथ, उस दिन समझ पाया सख्त दिखने वाले पापा का प्यार, जिस दिन उन्होंने पूरी दुनिया के खिलाफ जाकर दिया मेरा साथ।
  23. पापा के सबक को जब-जब मैंने नहीं सुना, तब-तब मुसीबतों का पहाड़ मुझ पर टूटा, जब सबने साथ देने से कर दिया इनकार, तब पिता के कांपते हाथों ने ही दिया था सहारा।
  24. दुनिया के तानों ने जब-जब की मुझे गिराने की कोशिश, पिता के मजबूत हाथों ने थामा है हाथ मेरा।
  25. आपकी जिस सख्ती से थी नफरत, आज उसी पर प्यार आता है, काश! आज फिर से आपकी मिलती डांट, तो फिर तस्वीरों से न करनी पड़ती बात।
  26. पिता उस दीये की तरह हैं, जो खुद जलकर, औलाद का जीवन रौशन करते हैं।
  27. रब से है बस एक ही दुआ, मेरे पापा रहे सदा खुश, दूर रहे उनसे हर बदुआ।
  28. जिंदगी के हर तूफान में जो कभी नहीं छोड़ता है साथ, वह हैं मेरे पापा।
  29. कभी गुस्सा, तो कभी प्यार, यही है पापा के प्यार की पहचान।
  30. मेरा वजूद, मेरी पहचान, मेरी जिंदगी सब आपसे ही है पापा।
  31. जिस हाथ को थामकर सीखाया था चलना कभी, आज कैसे गए भूल हम उन कांपते हाथों को थामना?
  32. सब खरीद सकते हो मतलब की इस दुनिया में, मगर कहां से खरीदोगे पिता का निःस्वार्थ प्यार।
  33. वह पापा ही तो है, जो बचपन में हमें हंसाने के लिए कभी हाथी, तो कभी घोड़ा बन जाते थे।
  34. जेब खाली होने पर भी, जिन्होंने पूरी की मेरी हर फरमाइश, वह हैं मेरे पापाजी।
  35. पिता बरगद का वह पेड़ है, जो सिर्फ देना जानता है।
  36. जिंदगी के लिए जो खुशी का रास्ता बनाता है, वह पिता ही होता है।
  37. जिसने हर दुआ में मेरी कामयाबी मांगी, वह है मेरे पिताजी।
  38. अनुशासन का दूसरा नाम है पापाजी।
  39. जिनके आदर्शों ने दिखाई मुझे हरदम सही राह, वह हैं मेरे पापा।
  40. मेरी शोहरत, मेरे पिताजी की बदौलत है।
  41. जिस शख्स ने मेरी जिंदगी में रंग भरने के लिए अपने जिंदगी को बेरंग किया है, वह है मेरे पापाजी।
  42. मेरी पहचान मेरे पिता के बिना अधूरी है।
  43. रब की रहमत और उनके अमृत फल का वरदान है पिताजी।
  44. मुसीबत के समय जो सबसे पहले आकर हाथ थामता है, वह हैं पापा।
  45. मेरी खुशी के लिए दुनिया से टकराने की हिम्मत रखने वाले इंसान हैं, मेरे पिताजी।
  46. मेरी ताकत, मेरी हिम्मत, मेरी शान हैं मेरे पापा।
  47. हर दर्द खुद सहकर, जिसने मुझे रखा है हर गम से महफूज, वह हैं मेरे पापाजी।
  48. घर में पूजा-कीर्तन करके क्या करोगे, जब भगवान को ही वृद्धाश्रम छोड़कर आए हो।
  49. जो हर परिस्थिति में हंसते और हंसाते रहते हैं, वह हैं मेरे पापाजी।
  50. मेरी जिंदगी का पहला और आखिरी सच्चा दोस्त हैं मेरे पापा।
  51. परिवार की हिम्मत, आस और विश्वास है पिता।
  52. जिससे सब कुछ पाया है, जिसने सब कुछ सिखाया है, शत शत प्रणाम उस प्यारे पिता को।
  53. मुझसे भी ज्यादा मुझे पहचाने वाले शख्स हैं, मेरे पापा।
  54. मेरी पहचान, मेरा वजूद सिर्फ आपसे ही है पापा।
  55. जिस मंजिल और खुशी का सपना हम देखते हैं, उसे पूरा सिर्फ पाप ही करते हैं।
  56. मेरी नजर में दुनिया के सबसे ताकतवर और हिम्मती इंसान हैं मेरे पापा जी।
  57. हंसते हैं, हंसाते हैं, जब रूठ जाता हूं, तो मुझे मनाते हैं पापा।
  58. आप बदल सकते हैं, पर जो नहीं बदलता वो है पापा का प्यार।
  59. पिता ही वह इंसान है, जिसका गुस्सा और कड़वी बातें बच्चों के लिए अमृत समान होती है।
  60. हमारी खुशियों के लिए जो हर दम अपनी खुशियां कुर्बान करता है, वह पिता ही तो है।
  61. हर बार गिरने से पहले जो मुझे थाम लेते हैं, वो हैं मेरे पापा।
  62. पिताजी की शिक्षा और सबक ही जिंदगी की असली नींव होती है।
  63. आपके दर्द में सबसे पहले जिसकी आंखों में आंसू बहाते हैं, वह है पिता।
  64. पिता ही वह इंसान होता है, जो बच्चों के नाम से पहचाने जाने को अपना सम्मान समझता है।
  65. मेरी छोटी-सी खुशी के लिए जो सबकुछ सह जाते हैं, वह हैं मेरे पापा।
  66. भगवान का सबसे अमूल्य और कीमती तोहफा है पिता का प्यार।
  67. पिता ही तो हैं, जिसने उंगली पकड़कर चलना सिखाया और जिंदगी से लड़ना भी सिखाया।
  68. जितना भी हो जाओ धनी, लेकिन रहोगे गरीब, अगर नहीं मिला मां-बाप का प्यार।
  69. खुद पिता बनकर जाना कि पिता बनना जितना आसान है, उतना ही मुश्किल होता है पिता का फर्ज निभाना।
  70. बच्चे की इच्छा को पूरा करने के लिए पिता की क्षमता अनंत हो जाती है।
  71. बोझ कितना भी भारी हो, कभी उफ नहीं करता है पिता, बच्चों की ख्वाहिशों के बोझ से कभी उसका कंधा नहीं झुकता है।
  72. पिता से बड़ा दोस्त दुनिया में कोई नहीं होता है।
  73. पिता वह इंसान होता है, जो बच्चे को गिरकर उठना सिखाता है।
  74. दुनिया का सबसे बड़ा योद्धा पिता होता है और वही बच्चों को योद्धा बनना भी सिखाता है।
  75. पिता वह होता है, जो संतान की हर गलती को माफ करके गले लगा लेता है।
  76. अनुशासन की पहली शिक्षा जो सिखाता है, वह है मेरे पिताजी।
  77. पिता के गुस्से को उनका गुस्सा समझकर उनसे न हो दूर, यह तो उनका प्यार है, जो गुस्सा बनकर हमें जीने की राह दिखाता है।
  78. जो अपने दर्द को छिपाकर बच्चे के होंठों पर मुस्कान लाता है, वो है पिता।
  79. जिंदगी की हर बाजी को जो जीतना सिखाता है, शतरंज की हर चाल को जो चलना सिखाता है, वह है मेरे पापा।
  80. पिता को अगर गुरु मान लो, तो जीवन की सारी कठिनाइयों से लड़ने का हुनर सीख जाओगे।
  81. पिता के लिए बेटी होती है परी, घर के खुशियों की होती है कली।
  82. अपनी परी रानी के लिए न जाने कितनी परेशानियां सहता है पिता, अपनी गुड़िया की खुशी के लिए कठिनाइयों के ताप में तपता है पिता।
  83. पिता की लाडली गुड़िया रानी, दिल की होती है बड़ी सयानी।
  84. काश पापा मैं कभी बड़ी नहीं होती, तो आज आपकी परी रानी कभी पराई नहीं होती।
  85. क्यों शादी के बाद पापा की परी हो जाती है पराई, कल भी थी आपकी बेटी, आज भी है आपके नेत्रों की ज्योति।
  86. क्यों मायके की चौखट लांघते, आपने छुड़ा ली अपनी उंगली, मैं कल भी आपकी बेटी थी, आज भी और कल भी आपकी बेटी ही रहूंगी।
  87. बेटी के नजरों में पापा ही हीरो होते हैं, जो उसके हर दुख और दर्द को जीरो कर देते हैं।
  88. बेटी की जिंदगी में पिता की जगह कोई नहीं ले सकता।
  89. ससुराल में जब भी पिता का जिक्र आता है, बेटी का दिल भर आता है। दूर रहकर भी एक-दूसरे की फिक्र, कुछ ऐसा ही होता है बाप-बेटी का प्यार।
  90. बेटी के दिल की बात पिता एक पल में लेते हैं समझ, क्योंकि बेटी और पिता का रिश्ता ही अनूठा होता है।
  91. पिता के लिए बेटी कभी-कभी मां, तो कभी छोटी-सी गुड़िया बन जाती है।
  92. पिता के आशीर्वाद के बिना किसी भी कामयाबी के कोई मायने नहीं होते।
  93. बेटियां सबके नसीब में कहां होती हैं, वह वहीं होती हैं, जहा खुदा का घर होता है।
  94. बेटी जैसे-जैसे बड़ी होती है, पिता खुद को बेटी के और करीब पाता है। इसीलिए तो बेटी के जाने के बाद, सबसे ज्यादा गम पिता को होता है।
  95. बाप-बेटी का रिश्ता होता है अनोखा, बिन कहें ही जान लेते हैं एक दूजे के मन की बात।
  96. बिना बोले बेटी की जरूरतें जिसने की हैं पूरी, उसके बिना बेटी की जिंदगी है अधूरी।
  97. न जाने बेटी की खुशी के लिए कितने सामानों को जोड़ते हैं पिता, बेटी को सुखी करने के लिए न जाने कितने चक्रव्यूहों को तोड़ने हैं पिता।
  98. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बेटी को समझ में आता है पिता का प्यार, इसलिए समय के साथ पिता के लिए बेटी के दिल में बढ़ता है अनुराग।
  99. शब्दों में पिता-पुत्री के रिश्तों को नहीं बांधा जा सकता, इन दोनों के प्यार को किसी दायरे में नहीं समेटा जा सकता।
  100. ससुराल में सबने पूछा बहु दहेज में क्या-क्या लाई है, पर क्या किसी ने कभी पूछा, तू अपने पीछे बाबा का प्यार छोड़ आई है।
  101. किस्मत वाले होते हैं, जिन्हें बेटियां नसीब होती हैं, सच ही तो है, उन्हें ही असली मोहब्बत नसीब होती है।
  102. बेटियां तो सिर्फ बांहें पसारें देती हैं प्यार-दुलार, फिर क्यों जमाना उनसे छीन लेता है अपनों का प्यार।
  103. एक मीठी-सी मुस्कान होती है बेटी, पराये घर की पहचान होती है बेटी।
  104. धन तो पराया होता है, लेकिन बेटी नहीं होती है पराई, इसलिए मां-बाप बिना रोए नहीं कर पाते हैं उसकी विदाई।
  105. पराया करने के बाद भी पिता के लिए नहीं होती बेटी पराई, काश! यह सब समझ लेते तो कोई बेटी आग में नहीं जाती जलाई।
  106. पापा, मैं तुम्हारे लिए ही जन्नत से आई हूं, सच ही कहा है सबने मैं आपकी ही परछाई हूं।
  107. पिता के लिए बेटी भार नहीं, आधार होती है जीवन का।

Understanding Father’s Day Shayari

Father’s Day Shayaris come wrapped in beautiful verse and stirring words which capture the many hues of a child’s relationship with his father. Some popular formats are:

Romantic Shayari: Using tender and dramatic expressions to highlight the child’s affectionate attachment with the father.

Emotional Shayari: Emphasizing sentiments, memories and inner feelings for one’s father.

Funny Shayari: Humor and comedy to bring out light-hearted camaraderie with one’s father.

Motivational Shayari: Highlighting the inspirational influence of fathers on a child.

Gratitude Shayari: Conveying thankfulness and appreciation for father’s love and sacrifices.

The elements of rhyme, rhythm, metaphors and vivid imagery make the Shayari impactful and help in articulating the immense respect and love for fathers.

Some favorite Father’s Day Shayari themes are father’s care, teachings, sacrifices, dreams for his children, his hardships and his unconditional graceful love.

Finding the Perfect Shayari

When selecting a Shayari for Father’s Day, it is thoughtful to choose one which fits well with the unique relationship and fond memories you share with your father. Here are some tips to find the best match Shayari:

  • Search online websites and apps providing curated Father’s Day Shayari collections
  • Browse social media platforms using relevant hashtags and keywords
  • Flip through poetry and quotation books dedicated to Father’s Day
  • Take inspiration from popular movie songs and music albums around fatherhood
  • Notice Shayaris printed on greeting cards sold at gift stores

Additionally, tailor the content and tone of the Shayari you pick as per your father’s personality – does he like humor or emotional intensity? What are his favorite topics and memories with you? What language and cultural references does he connect best with?

Creating Your Own Shayari

If you wish to try your lyrical skills at crafting your very own Father’s Day Shayari, use these handy tips:

  • Focus the Shayari on your genuine emotions and magical memories with your father
  • Use a simple rhyme scheme and rhythmic flow for poetic impact
  • Experiment with nostalgic metaphors, sweet similes and heartwarming phrases
  • Create fitting imagery highlighting your father’s strengths, wisdom and background
  • Share specific anecdotes and private jokes to give a personal touch

You need not aim for high poetry – just honest expressions conveyed rhythmically. Here are two short examples you can personalize by adding your own memories:

Nazron mein basi muskurahaton ke saath, Yaad aate ho har pal baapuji aap toh

Aapki godi mein baithke, Bachpan ho jaata hai yaad har baar

Sharing your Shayari

Modern digital media offer innovative avenues to share your Shayari creations, while retaining the traditional tangible warmth:

  • Pen down the Shayari in your finest handwriting on greeting cards and framed verses
  • Post the lines on social media platforms like Facebook and Instagram, timing it for Father’s Day
  • Send via text messages, WhatsApp and Emails to create a surprise

However, the most special way would be to gift your father the Shayari at a family celebration. Garnish it with photographs, his favorite flowers or food and your personalized loving message wishing him Happy Father’s Day! See his face light up as he reads your opus of care and gratitude.

The joy of receiving a heartfelt Shayari penned by his child will surely make his day extraordinary!

Frequently Asked Questions

Q1. What is Special About Father’s Day Shayari?

Father’s Day Shayari allows us to express love and gratitude to fathers through sweet and meaningful poetry written specially for this occasion.

Q2. What Kinds of Shayari Can One Compose for Father’s Day?

Many genres suit the occasion – Emotional, Nostalgic, Humorous, Inspirational, Gratitude-emphasizing and Romantic poetry.

Q3. Where Can Good Father’s Day Shayari Examples Be Found?

Websites, Social Media platforms, Shayari books, Greeting card shops and Hindi movies offer a rich collection.

Q4. What is the Best Way to Gift One’s Personally Written Shayari?

Hand-written on a greeting card or framed verse, recited in person or shared via social media, email and messaging apps.

Conclusion

A perfect Father’s Day Shayari expresses to your father how cherished he is while highlighting your warmest memories, deepest love and the all-encompassing influence he wields on your life.

Choose the format closest to your own bond – Humorous, Emotional, Inspirational, Nostalgic or Gratitude-filled. Select endearing words and soothing cadences. Capture your authentic emotions and fond remembrances. Craft couplets resounding with respect and affection.

Gift your father this treasure – a beautiful verse specially created just by you, for him – crystallizing your relationship forever in inspired poetry!

The immeasurable benevolence and selflessness of a father deserves the finest lyric odes of love and recognition from his children, every single day.

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