“I am Sorry” Quotes in Hindi

सारा जहाँ चुपचाप है, आहटें ना साज़ है, क्यों हवा ठहरी हुई है, आप क्या नाराज़ है.


कहीं नाराज न हो जाए प्यार मुझसे, हर सुबह उठते ही “खुदा” से पहले तुझे जो याद करता हूँ.


किसी से नाराजगी, इतने वक़्त तक न रखो के, वो तुम्हारे बगैर ही, जीना सीख जाए.


रूठ कर कुछ और भी हसीन लगते हो, बस यही सोच कर तुम को खफा रखा है.


कर दो माफ़ अगर भूल हुई हमसे, ऐसी बात न करके हमें सजा न दीजिये.


दुनिया का सबसे बेहतरीन रिश्ता वही होता है जहाँ एक हलकी सी मुस्कराहट और छोटी सी माफ़ी से ज़िन्दगी दोबारा पहले से जैसी हो जाती है.


चुप रहते की कोई “खफा” न हो जाए, हमसे कोई रुसवा न हो जाए.


माना भूल हो गयी हमसे, पर इस तरह रूठो न मेरे सनम, एक बार नज़रे उठा के देखो हमे, हम दोबारा ना करेगें ये खता है कसम.


बहुत उदास हूँ मैं, मेरे दोस्त तेरे जाने से, तू ख़फ़ा है मुझे पता है, मैं बार-बार बोल रहा हूँ सॉरी तुझसे, हो सके तो लौट आ किसी बहाने से, मान जा मेरे दोस्त सिर्फ़ एक बार मेरी ग़लती को माफ़ कर दे, मैं सॉरी बोल रहा हूँ दिल से, न माने तो, एक बार देख ले मुड़कर, मैं बिखर गया हूँ तेरे रूठ जाने से.


कभी पागल तो कभी दीवाना कहती हो, कभी दोस्त तो कभी दोस्ताना कहती हो, कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हें, पहले जानबूझकर ग़लती करती हो फिर सॉरी कहती हो.


दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं, पर फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है, वो दोस्त ही किया जो नाराज़ न हो, पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है.


दुश्मनों में भी दोस्त मिला करते हैं, सॉरी बोलने वाले को माफ़ कर दिया करते हैं, हमको कांटा समझ कर छोड़ न देना, कांटे ही फूलो की हिफाजत किया करते हैं.


दुसरो को इतनी जल्दी माफ़ कर दिया करो, जितनी जल्दी आप उपरवाले से अपने लिए माफ़ी की उम्मीद रखते हो.


हो गई हो भूल तो दिल से माफ कर देना,..! सुना है सोने के बाद हर किसी की सुबह नही होती,..


जब आप का दिल टुटाता है तौ दिल मैरा रौता है  जब अंजानै सै कौई हमसै कासुर हौ जाता है, तौ यै दिल नासुर बन जाता है. Please मुझै माफ कर दौ.


ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा ऐसे आने से तो बहेतर था न आना तेरा.


शाम भी उसके जैसी होगी, जाने वो कैसी होगी, में भी यहा पर रोता हूँ, खुद भी शायद रोती होगी.


अच्छा रिश्ता वो नहीं जिसमे प्यार का इज़हार सारी दुनिया के सामने करने में शर्म ना हो, बल्कि वो है जिसमे सारी दुनिया के सामने माफ़ी मांगने में शर्म ना हो।


 लोग दिल, ज़िन्दगी सब कुछ मांग लेते हैं प्यार में, पर ना जाने क्यों माफ़ी नहीं मांगते।


 बात जो भी रखी हो दिल में सब साफ़ कर दीजिए, कुछ से माफ़ी मांग लीजिए कुछ को माफ़ कर दीजिए।


माफ़ी मांगते वक़्त और माफ़ करते वक़्त बस दिल देखा जाता है उम्र नहीं देखी जाती।


ये ज़िन्दगी है जनाब यहाँ सब कुछ ज़रूरी है माफ़ी मांगनी भी ज़रूरी है माफ़ करना भी ज़रूरी है।


वक़्त बीत जाएगा ज़िन्दगी का आखिर कब तक तू बातें दिल में दबाएगा आखिर माफ़ी ही तो है तेरे दे देने से कौन सा तू हार जाएगा और वो जीत जाएगा।


इंसान की दुनिया भी अजीब है भला-बुरा कहने से पहले एक पल भी नहीं सोचते और माफ़ी मांगे की नहीं सारी ज़िन्दगी सोचते रह जाते हैं।


अगर हक़ है इंसान का गलतियां कर देने का तो माफ़ी मांगने की ज़िम्मेदारी भी इंसान की ही है।


कभी-कभी पढ़ा लिखा इंसान माफ़ करना और माफ़ी माँगना जैसी छोटी बातें तक भूल जाता है।


अब माफ़ भी कर दो देखो जब से तुमने मुझसे कुछ कहना बंद कर दिया है मैंने तो खुद को ही सुनना बंद कर दिया है।


अब छोड़ भी दो नाराज़गी तुम्हारी आवाज़ की लोरी जब से नहीं सुन रहा हूँ मुझे रातों को नींद नहीं आ रही है।


अच्छा चलो मैं गलत तुम सही अब अगर ये बहस ख़त्म हो गई हो तो प्यार करना शुरू कर दें।


नाराज़गी के रहते तुम्हारा चेहरा और खूबसूरत लगता है बस यही वजह है की मैं तुम्हे बार-बार नाराज़ करता हूँ।


खता करूँ तो बता देना मैं तुम्हारा गुस्सा बर्दाश कर लूँगा खामोशी नहीं।


 खता हो गई क्यूंकि खुदा नहीं हूँ मैं, वफ़ा तुझसे आज भी उतनी ही है जितनी पहले दिन थी खुदा कसम बेवफा नहीं हूँ मैं।


 तेरे लिए तो मैं खुदा से खुदा को ही मांग लूँगा फिर तुझसे माफ़ी माँगना मेरे लिए कोई बड़ी बात नहीं।


 तेरी खामोशी की वजह मैं तुझसे पहले जान लूँगा, गलती अगर तेरी भी होगी तो भी मैं माफ़ी मांग लूँगा।


परेशान बैठा हूँ हाथ पर हाथ धरे, आओ भूल जाते हैं इन लड़ाइयों को आओ फिर से प्यार करे।


माफ़ कर देना अगर कभी तुम्हे गलती से खफा कर दूँ, मैं तुम्हे नाराज़ गलती से करता हूँ पर गलत नहीं हूँ मैं।


मुझसे मेरा दिल मेरी जान लेले बस मुझे बदले में एक माफ़ी देदे।


 मेरी जान मुझसे गलती हो सकती है पर मेरा इरादा कभी गलत नहीं हो सकता।


तेरी खामोशी अब मुझसे नहीं सुनी जाती इससे अच्छा तो मैं तेरी डांट सुन लूँ।


यह दिल उस दिन से बहुत परेशां है, जिस दिन से तू मुझसे खफा है।


 अल्फ़ाज़ों में बयान ना कर सकूंगा की मैं तुझे कितना चाहता हूँ, तू पूछे ये सवाल उस से पहले ही मैं माफ़ी चाहता हूँ।


 चाहे चार बातें तू मुझे ज्यादा सुना ले, पर मुझे मेरी गलती की माफ़ी देदे।


दिवाली सी रोशन रहती थी मेरी ज़िन्दगी जब से तू खफा हुई है अँधेरा हो गया है।


मेरी आखिरी गलती के लिए बस आखिर दफा मुझे माफ़ कर दे।


 अब तो माफ़ कर दे मुझे देख तेरे जाने से मेरी हालत और हालात दोनों खराब हो गए हैं।


 माना तेरी नाराज़गी बेवजह नहीं है पर ये भी समझ की मैंने भी तुझे नाराज़ जानबूझ कर नहीं किया था।


यकीनन मान रहा हूँ गलती है मेरी पर यकीन मान नीयत गलत नहीं थी मेरी।


 माना गलतियां बहुत होती है मुझसे पर प्यार भी तुझसे कुछ कम नहीं है।


कोई खता कर दूँ तो माफ़ कर देना तुझे खफा कर दूँ तो मुझे माफ़ कर देना, बस किसी के कहने पर मत मान लेना की मैं तुझे धोका दे रहा हूँ एक दफा मुझसे बैठ कर बात कर लेना।


 ये जहां छोड़ देंगे जिस दिन तेरा हाथ छूट जाएगा मुझसे, तुझे हर दफा मना लेंगे जब-जब तू रूठ जाएगी मुझसे।


 रूठ जाओ चाहे हम से कितनी भी दफा वफ़ा इतनी है की तुम्हे हर दफा मन लेंगे।


 नाराज़गी में तो तुम और खूबसूरत लगती हो मेरा तुम्हे बार-बार नाराज़ करना बेवजह नहीं होता।


 नाराज़ तो मैं तुम्हे कर सकता हूँ सनम पर खफा कर दूँ मैं इतना भी बेवफा नहीं हूँ।


 भले नाराज़गी में तुम मुझसे मिला करना पर तुम्हे कसम है खुदा की अपने दिल में मेरे लिए कोई गिला मत रखना।


 खुदगर्ज़ हूँ मैं इतना की मैं किसी से माफ़ी तक नहीं मांगता पर तुझसे माफ़ी मांगने में मुझे कोई हर्ज़ नहीं।


 अगर बेइंतेहा इश्क़ करना खता है सनम तो मैं तुम्हे चाहने से पहले तुमसे माफ़ी चाहता हूँ।


 नाराज़गी तो बुरी नहीं लगती मुझे इतनी जितनी तेरे नाराज़ होने पर ये चुप्पी लगती है।


 ऐसा कोई पल नहीं जब मैं तुझे देखना नहीं चाहता पर बस मैं तुझे नाराज़ नहीं देखना चाहता।


मेरी बस अब एक ख्वाहिश है की तू तेरी ज़िद्द छोड़ कर एक दफा फिर से मेरा हाथ थाम ले।


 मैं इस बात के लिए पहले ही माफ़ी चाहता हूँ की मुझे तुम से ज्यादा तुम्हारी मुस्कुराहट पसंद है।


तुझे मैं एक दफा फिर से मना लूँगा जो दिल मैंने तेरा तोड़ा है उसे मैं फिर से जोड़ कर तेरे दिल में ही पन्हा लूँगा।


ये नाराज़गी तेरी अब और सही नहीं है, हर सजा मंज़ूर है मुझे पर ये दूरी नहीं।


तुझसे बेपरवाह मोहोब्बत करने पर मुझे माफ़ कर देना, तुझे अगर मैं तुझसे ही ज्यादा चाहने लागूं तो मुझे माफ़ कर देना।


 गलती हुई है तुमसे मोहोब्बत कम नहीं हुई, ये बात तुम जान भी जाओ, अब बहुत हो गई नाराज़गी अब मान भी जाओ।


 मैं जानता हूँ तुम्हारी ये नाराज़गी बेवजह नहीं है, पर यक़ीन मानो मेरा भी तुम्हे नाराज़ करने का कोई इरादा नहीं था।


 ये तू भी जानती है की तू मेरी जान है, पर तू ये नहीं जान पा रही की वो गलती मुझसे अनजाने में हुई थी।


 मुझसे नाराज़ रहना चाहती हो तो रहो पर ये चुप रहना अब मेरे बर्दास्त से बहार हो गया है।


मैं तुझसे और कुछ नहीं चाहता बस तुझसे तो अब ये माफ़ी ही काफी है।


 तुम जो समझ रही हो वो मेरे कहने का मतलब नहीं था, तुम नाराज़ तो हो मुझसे पर तुम्हे नाराज़ करना मेरा मक़सद नहीं था।


 मेरी जान मैं तुमसे दिल से माफ़ी चाहता हूँ, और मैं चाहता हूँ की तुम भी मुझे दिल से माफ़ कर दो।


तुम्हारे रूठने से मेरा ये दिल भर जाता है, पर जब तुम मान जाती हो तो मेरा पूरा दिन बन जाता है।


भले चार बातें ज्यादा सुना ले पर मेरी जान मुझे यूँ अनसुना मत कर।


हर्ज़ नहीं मुझे तुझसे माफ़ी मांगने में पर कम से कम मुझे ये तो बता दे की मेरी खता क्या है।


 वो बिना गलती के हमारी गलतिया निकाल देते थे, और हम बेक़सूर हो कर भी उनसे माफ़ी मांग लेते थे।


 वो गए भी तो हमारी खता बताए बिना गए, अगर बता जाते तो कम से कम माफ़ी मांगने के बहाने उन्हें आखरी दफा गले तो लगा लेते।


 मैं अपनी हर गलती के लिए शर्मिंदा हूँ, पर कम से कम तू ये तो बता की तू खफा क्यों है।


 गलती तेरी नहीं मेरी ही थी की तू मुझे खफा करती रही, और मैं तुझसे वफ़ा करता रहा।


 मैंने प्यार तुझसे खुद से और खुदा से भी ज्यादा किया था, पर अब समझ नहीं आता माफ़ी खुद से मांगू या खुदा से।


इश्क़ में टूटे दिल की ना कोई खता होती है और ना कोई माफ़ी।


 अब किस से करे शिकायत तेरे सितम की आखिर तुझसे इश्क़ करने का क़ुसूर भी तो हमने ही किया है।


 उनसे यूँ ही मोहोब्बत बेवजह थी हमारी शायद यही खता थी हमारी।


वो लोग मोहोब्बत क्या करेंगे जिन्हे माफ़ी मांगने में भी शर्म आती है।


 मेरे इतना कहने पर भी वो नहीं रुकी फिर Sorry कहने से कहाँ कोई फायदा था।


 गलती की है तो माफ़ कर, मगर यूँ ना नजरअंदाज कर।


 जिसका साथ हमने बड़ी मुश्किल से पाया था उसने जाते-जाते बड़ी आसानी से कहा Sorry अब हम और साथ नहीं रह सकते।


 दिल तोड़ने जैसा मुश्किल काम कर लोग बड़ी आसानी से कह देते हैं Sorry.


 जब दिल तोड़ने से पहले लोगों को कोई हर्ज़ नहीं होता, तो फिर ना जाने क्यों माफ़ी मांगने में लोग हिचकिचाते क्यों हैं।


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