दवा जब असर ना करे तो वो नजरे उतरती है, वो माँ है जनाब हार कहा मानती है।।
में केसे हार जाऊ तकलीफों के आगे, मेरी तरक्की के आस में मेरी माँ बैठी है।।
वक्त ने सिखाया है अकेला चलना, वरना हम तो माँ के बिना एक कदम भी नहीं चल पाते थे।।
मैने अपने लिए अपनी माँ से ज्यादा, फिक्रमंद ओर किसी को नहीं देखा।।
माँ आपसे मेरी ज़िन्दगी है आपसे मेरी हर खुशी है, आप हो तो सब कुछ है आप नहीं तो कुछ नहीं।।
में हार भी जाऊ तो माँ मुस्कुरा के गले लगाती है, ना जाने इतनी मोहब्बत माँ कहा से लाती है।।
जन्नत सा मुझको एहसास दिलाती है, माँ जब मुझे गोद में सुलाती है।।
भीड़ में भी सीने से लगा कर दूध पिला देती है, बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म भुला देती है।।
किसी ने भगवान लिखा तो किसी ने अल्लाह लिखा, मैने कलम उठाई अदब से ओर सबसे पहले माँ लिखा।।
मांग लू यह दुआ की फिर यही मंजिल मिले, फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले।।
बद्दुआ संतान को कभी माँ देती नहीं, धूप से छाले मिले जो छाव बैठी है सहेज।।
नहीं हो सकता कद तेरा ऊंचा किसी भी माँ से ए खुदा, तु जिसे इंसान बनाता है वो उस इंसान बनाती है।।
सब कुछ मिल जाता है इस दुनिया में मगर, याद रखना की बस माँ बाप नहीं मिलते।।
तेरे क़दमों में ये जहां होगा सारा दिन, माँ के होंठो पे तबस्सुम सजाने वाले।।
अपनी माँ को कभी ना देखू तो चैन नहीं आता है, दिल न जाने क्यों माँ का नाम लेते ही बहल जाता है।।
वो लिखा के लाई है किस्मत में जागना, माँ केसे सो सकेगी की बेटा सफर में है।।
सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है, ये मेरी माँ की दुआओ का असर लगता है।।
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई, मै घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई।।
कितना भी लिख उस के लिए कम है, सच बात तो ये है के माँ तु है तो हम है।।
ये ज़िन्दगी है जनाब, माँ नहीं जो हर वक्त प्यार दे।।
ये जो माँ की मोहब्बत होती है, ना ये सब मोहब्बत कि माँ होती है।।
पता नहीं क्या जादू है माँ के पैरो में, जितना जूकता हूं उतना ही ऊपर उठ जाता हूं।।
मैंने कल सब चाहतों की सब किताबे फाड़ दी, सिर्फ एक कागज पर लफ्जे माँ रहने दिया।।
वा दूर होकर भी सब देखले है वा थारी माँ है लाडलो, जो थारी हंसी में भी गम देखले।।
“””माँ””” क्यों नहीं दुनिया तेरे जैसी।।
मैने डॉक्टर के एक रूप में, एक माँ में भगवान देखा है।।
अगर तेरा जाना अब एक सच है, तो मुझे जुठ पसंद है माँ।।
उम्मीद करो वो उससे भी ज्यादा कर जाएगी, बस एक माँ ही है को तुम्हे हर हालात में अपनाएगी।।
सुकून कहूं या माँ कि हंसी, क्या फर्क पड़ता है दोनो एक ही बात है।।
कितना ही समेट लो खुद को, माँ के बिना खुद को हमेशा बिखरा ही पाओगे।।
इस दुनिया में एक “माँ” ही इसी हस्ती है, जो बेवजह दुवाएं देती है।।
माँ सबकी जगह के सकती है, लेकिन माँ को जगह कोई नहीं ले सकता।।
मोहब्बत की बात भले करता हो जमाना, मगर प्यार आज भी माँ से ही शुरू होता है।।
इस तरह वो तेरे गुनाहों को धो देती है, माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।।
कितना भी लिखो इसके लिए कम है, सच है ये की माँ तू है तो हम है।।
दुनिया की सबसे बेहतरीन ओर आपको, सबसे ज्यादा प्यार करने वाली आपकी माँ है।।
ऐ अंधेरे देख ले मुंह तेरा कला हो गया, माँ ने आंखे खोल दी घर में उजाला हो गया।।
माँ पहले आंसू आते थे तो तुम याद आती थी, आज तुम याद आती हो ओर आंसू निकल आते है।।
सारी दुनिया फ़िक्र करना छोड़ सकती है, लेकिन मेरी माँ नहीं।।
मेरी माँ आज भी कितनी अनपढ़ है, में मांगता रोटी एक हू वो देती मुझे दो है।।
वो मु देझसे इतना प्यार करती है, की तू केसा है रोज फोन करके पूछती है।।
मेरी हर जरूरत का ध्यान रखेगी, खुद भूखी रह कर भी मेरा पेट भरेगी।।
मेरी माँ सबसे प्यारी है, उसके कदमों में ही मेरी दुनिया सारी है।।
जन्नत का हर लम्हा दीदार किया था, माँ तूने गोद में उठा कर कब प्यार किया था।।
जिसके होने से में खुदको मुकम्मल मानता हूं, मेरे रब के बाद में बस अपनी माँ को जानता हूं।।
कितनी भी मुश्किल हो सब भुला देती है, ये माँ होती है हर हालात में खाना बनाकर खिला देती है।।
उनके होंठो पर कभी बद्दुआ नहीं होती, बस एक माँ है जो कभी खफा नहीं होती।।
मेरे होने कि वजह मेरी माँ है, मेरे जीवन की खुशी मेरी माँ है… सबका अपना अपना खुदा होता है, मेरे लिए तो मेरा खुदा मेरी मां है।।
मैने बिना मतलब निकाले, रिश्ता निभाने वाला इंसान देखा है… इस जहां में केवल माँ ही है, जिसकी नज़रों से मैने आसमान देखा है।।
माँ मेरी पुरी दुनिया हो आप, ऊपर वाले का दिया हुआ सबसे खास तोहफा हो आप… दुनिया बनाए वाले ने सोचा कि पहले क्या बनाऊं, ओर शुरुआत आपसे की फिर हंसकर बोले अब अब बचा ही क्या है बनाऊं।।
तेरे बिना ये दुनिया छोड़ तो दू, पर उसका दिल केसे दुखा दू… जो रोज दरवाजे पर खड़ी कहती है, बेटा घर जल्दी आ जाना।। लव यू माँ
जिसको जितना चाहा उसने उतना रुलाया है, पर पता है माँ में जब भी टूटा ना… खुदा की कसम सबसे पहले, आपका नाम याद आया है लव यू माँ।।
हर लड़का परेशानी में अपने दोस्तो को ढूंढता है, एक बार अपनी माँ के पास जाकर देखो… अच्छी सलाह ओर प्यार दोनो मिलेगा।।
माँ प्यार है…… माँ हिम्मत है…… माँ दोस्त है डॉक्टर है…… माँ सुकून है…….।।
ना कुछ खोने का डर था, ना ही कुछ पाने की दुविधा होती थी… क्यू की मेरी माँ के आंचल में तब, सारी जमाने कि खुशियां होती थी।।
ख्वाहिश नहीं की हर कोई, तारीफ करे… माँ बाप नाज़ करे बस, इतनी मेहनत करनी है।।
माँ तो उस जन्नत का फरिश्ता है, जिस जन्नत कि हम कामना करते है… माँ की ममता तो अनमोल है, उसका हम क्या मोल करते है।।
रिश्तों की विडम्बना तो देखो, जिन बाहों में मदहोश हो माँ की गोद को छटक आया था… उन्हीं बाहों द्वारा जख्मी होने पर इस दिल को, उस माँ की गोद में सर रख के सुकून मिला है।।
अपनी घर वाली माँ को खुश रखो, माता रानी अवश्य ही प्रसन्न हो जाएगी… अरे ये दिन बहुत अच्छे ओर पवित्र है, तुम्हे कुछ मिले या ना मिले मगर आशीर्वाद बहुत दे जाएगी।।
ये दुनिया है तेज धूप पर वोह, तो बस छाव होती है… स्नेह से सजी ममता से भरी, माँ तो बस माँ होती है।।
माँ के हाथों में जादू है, किस्मत संवारने का… फिर वो हाथ चाहे सिर पर फिरे, या फिर गाल पर एक ही बात है।।
मंदिर जाकर जय माता दी के नारे, लगाने से पहले घर में बैठी… माँ के चेहरे पर एक बार हंसी ला दो, मंदिर वाली माँ खुद खुश हो जाएगी।।
मुझे ये तो नहीं पता, इश्क़ किसे कहते है लेकिन… जब मेरी माँ मेरा नाम प्यार से लेती है, सारे दर्द भूल जाता हूं।।
सुकून की नींद तो बचपन में, माँ की गोद में ही आती थी… अब तो बस, वक्त गुजारने के लिए सोया करते है।।
तु बोल में सनू तू लिख में पढू, तु चल तेरे साथ में हूं तेरे साथ ही रहूं… तु रुक तो सही तेरी मंजिल में हूं, क्यों भटक रहा है भीड़ में तू आंखे खोल तो सही… तेरे पास में हूं तेरे हर दर्द कि दवा हूं में, तु हंस तो सही तेरे पास में हूं… में सब कुछ हूं क्यों की तेरी माँ हूं मै।।
फूल में जिस तरह खुशबू अच्छी लगती है, मुझको उस तरह मेरी माँ अच्छी लगती है… भगवान खुश ओर सलामत रखो मेरी माँ को, सारी दुआओं में मुझे यह दुआ अच्छी लगती है।।
मेरे बीमार पड़ने पर, वो सारी रात जागती है… हा वो माँ ही है जो, मुझे बेहद चाहती है।।
मुझे इस दुनिया की भीड़ में, बाहर भेजने डे डरती है… हा वो मेरी माँ ही है, जो मुझे खोने से डरती है।।
माँ का मानो कहना, माँ ही सिखाए सहना… माँ ही तो है यारो, सबसे महंगा गहना।।
हर पल में खुशी देती है माँ, अपनी जिन्दगी से जीवन देती है माँ… भगवान क्या है माँ कि पूजा करो जनाब, क्योंकि भगवान को भी जनम देती है माँ।।
ऐ मेरे मालिक, तूने गुल को गुलशन मर जगह दी… पानी को दरिया में जगह दी, पंछियों को आसमां में जगह दी… तु उस शख्स को जन्नत में जगह देना, जिसने मुझे नौ महीने पेट में जगह दी…
कभी मत मांगना माँ बाप ने तुम्हारे लिए, क्या किया इन सबका हिसाब… तुमने ठीक से होश भी नहीं संभाला होता, इससे पहले ही वो लिख चुके होते है संघर्ष को एक किताब।।
आंखो में आंसू ओर होंठो पे, मुस्कान रखते है… जब माँ कि याद आए, तो दुनिया से चुप कर रो लेते है।।
ऐसा कोई पल नहीं गुजरता, ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता… जब तुम्हे मैने याद नहीं किया, प्यार इस कदर है की… तुमको खुद से कभी दूर जाने नहीं दिया, सालो गुजर गए, पर कमाल कि बात है … तुमने आज तक मुझे अकेला सोने नहीं दिया।।
जब जब में रोता था, तब तब माँ ने ही मुझे समझाया… आज माँ नहीं साथ, पर माँ की यादों ने है समझाया।।
याद जब भी आ जाती है, आंखो से आंसू छलक ही जाते है… वो खुशनसीब होते है, हर पल जिनकी माँ साथ होती है।।
तेरी डिब्बे की वो दो, रोटियां कहीं बिकती नहीं… माँ महंगे होटलों में आज, भी भूख मिटती नहीं।।
छोट लगने पर दर्द उस होता है, उदास मेरे होने पर मायूस वो हो जाती है… खुश मेरे होने पर मुस्कुरा वो भी देती है, बीमार मेरे होने पर नजर वो उतार लेती है… मुसीबत मुझपे आने पर साया वो बन जाती है, वो माँ ही है जो बिना बोले सब समझ जाती है।।
हार तो बहुत पहले गया था, में इस दुनिया की भीड़ में… पर मेरी माँ के मासूम चेहरे की, हिम्मत ने मेरी हिम्मत बरकरार रखी… खामोश सी वो दूर से मुस्कुराए, जब भी कोई मुसीबत आए कहती बेटा… कभी घबराना नहीं हालातो से हार के, याद रखना हर रात के बाद सवेरा आता है… चाहे कितनी भी हो संकट, भगवान हर दुख के बाद सूखा लाता है… खो ना जाना कभी दुनिया की भीड़ में, तू बनाना अपनी एक अलग ही पहचान… चाहे वक्त लग जाए किसी को समझने में, तुझको तू बेबस होकर ना खोना कभी अपनी पहचान।।
राम लिखा रहमान लिखा, गीता ओर कुरान लिखा… जब बात हुई पूरी दुनिया को एक लफ्ज़ में लिखने की, तब मैने माँ का नाम लिखा।।
माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ, थक गया हूं अपने आंचल में सुलाओ… उंगलियां अपनी फेर कर बालों में मेरे, एक बात फिर बचपन कि लोरिया सुनाओ।।
माँ बिना ज़िन्दगी वीरान होती है, तन्हा सफर में हर राह सुनसान होती है… ज़िन्दगी में माँ का होना जरूरी है, माँ की दुआओं से ही हर मुश्किल आसान होती है।।
ये दुनिया है तेज धूप, पर वो तो बस छाव होती है… स्नेह से सजी ममता से भरी, माँ तो बस माँ होती है।।
पूछता है जब कोई मुझसे की, दुनिया में मोहब्बत अब बची कहा है… मुस्कुरा देता हूं में, ओर याद आ जाती है “माँ”।।
दुनिया में सब कुछ बिकता है, सिवाय मां के प्यार के अगर जाननी है… अहमियत माँ की तो पूछिए जिनके पास, सब कुछ है सिवाय माँ के प्यार के।।
जब भी बैठता हू तन्हाई में मै तो, उसकी याद रुला देती है आज भी… जब आंखो में नींद न आए तो, उसकी लोरिया मुझे झट से सुला देती है।।
जब उसने कहा जब में नहीं डरी आगे बढ़ने से, तुझमें इतना डर क्यों है जब मुझे कोई रोक नहीं पाया… तो तुझे केसे कोई रोक सकता है, जब तू मेरे अंश है में तेरी वजह से हूं… तो तू मुझसे कम केसे हो सकती है।। ये बात जो लगी है दिल पे क्या ही रह गया है बाकी अब, किसीन सच ही कहा है कुछ चीजें सिर्फ ओर सिर्फ माँ ही कह सकती है।।
भगवान का दूसरा रूप है माँ, उनके लिए दे देंगे जान… हमको मिलता जीवन उनसे, कदमों में है स्वर्ग बसा… संस्कार वह हमें सिखलात, अच्छा बुरा हमे बतलाती… हमारी गलतियों को सुधरती, प्यार वह हम पर बरसाती… तबीयत अगर हो जाए खराब, रात रात भर जागते रहना।।
ईश्वर भी हमारी फरियाद तब सुनने है, जब हम तुम्हे याद करते है.. मगर माता पिता हमे तब भी दुआ, देते है जब हम उन्हें भूल जाते है।।
मांग लू यह मन्नत, फिर यही जहां मिले… फिर वही गोद मिले, फिर वही माँ मिले।।
जिस तरह एक बच्चे का भविष्य, उनके माँ पिता है हाथ में होता है… वैसे ही माता पिता के बुढ़ापे का, भविष्य भी बच्चो के हाथ में होता है।।
दुनिया में कुछ भी देने कि, छोटी पड़ जाती है मिसाल… जब एक माँ देश के लिए, दे देती है अपना लाल।।
तुझसे बढ़कर ना है कोई, ना तुझसा कोई प्यारा… माँ तू ही है खुदा हमारे लिए, जिसने हमें प्यार से पाला।।
माँ तुम्हारे पास आता हूं, तो सांसे भीग जाती है… मोहब्बत इतनी मिलती है, की आंखे भीग जाती है।।
सारी दुनिया से अपने गम छिपा लूंगा, पर तुमसे केसे छुपा पाऊंगा… कोई मुझसे पहले मेरी मोहब्ब्त पूछे, तो माँ तुम्हारा नाम ही बताऊंगा।।
तेरी खामोशियों में भी तेरे, दिल की बात वो समझ जाती है… तभी तो माँ, इंसान के रूप में भगवान कहलाती है।।
तेरी गोद में अपना सर रखना, फिर तेरा मेरे बालो पर हाथ फेरना… ओर तुझसे बाते करना, कितना सुकून देता है न माँ।।
माँ के बनाए खाने में जो स्वाद है, वो 5 स्टार होटलों में कहां… माँ की गोद में जो आराम है, वो मखमली गद्दो में कहा।।
सारी खुशियां नकली है, असली जन्नत तो माँ में क़दमों में है… जिन्हे मिली है कदर करो अपनो माँ की, क्योंकि जिन्हे नहीं मिली वो अभी भी सदमो में है।।
कदम कदम पर तुझे संभाला है, अरे तू बड़ा मतवाला है कि तुझको एक माँ मिली है… जिसने अपने हर दर्द भुला कर, वो महीने तुझे अपनी कोख में पाला है।।
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