Mausam Shayari in Hindi
Mausam Shayari in Hindi

Seasons have always been a profound source of inspiration for poets, especially in Hindi literature. Mausam Shayari (Seasonal Poetry) captures the essence of changing weather and intertwines it with human emotions. Whether it’s the romance of a rainy evening or the melancholy of autumn leaves, these poetic expressions hold a special place in our hearts.

In this article, we’ll take a deep dive into the world of Mausam Shayari, exploring its types, themes, examples, and how it can enrich our lives. Let’s celebrate this beautiful art form that connects us to nature and emotions.

Mausam Shayari is a unique genre of Hindi poetry that celebrates the beauty and emotions associated with different seasons. From the blooming flowers of spring to the soothing rains of monsoon, every season has its own story to tell—and poets capture these stories in mesmerizing verses.

In Hindi poetry, weather is often used as a metaphor to express feelings like love, heartbreak, hope, and nostalgia. This makes Mausam Shayari universally relatable because seasons evoke similar emotions in all of us.

Types of Mausam Shayari

Mausam Shayari comes in various forms, each reflecting a distinct emotion or theme. Let’s explore the most popular types:

Romantic Mausam Shayari

Romance and weather go hand-in-hand in poetry. The gentle breeze of spring or the rhythmic sound of raindrops often sets the mood for love-filled verses.

Example:
“Is it the magic of the weather or your eyes? Everywhere I look, I see only love.”

Sad Mausam Shayari

Seasons can also mirror sadness and heartbreak. Autumn leaves falling or winter’s coldness are often used to depict loneliness and pain.

Example:
“In the autumn season, even hearts break like leaves falling from trees.”

Nature-Inspired Mausam Shayari

This type celebrates the beauty of nature during different seasons—blooming flowers in spring, rain-soaked earth in monsoon, or snow-covered landscapes in winter.

Example:
“The fragrance of spring fills the air with joy; it gives us reasons to live again.”

Rainy Season Shayari (Barish Ki Mausam Shayari)

Rain is one of the most romanticized weather conditions in poetry. It symbolizes love, nostalgia, and even heartbreak.

Example:
“When raindrops fall on the ground, they drench my heart in a sea of memories.”

Changing Seasons Shayari (Badalte Mausam Ki Shayari)

This type reflects on transitions in weather and their symbolic meanings—how life changes just like seasons do.

Example:
“Seasons change just like the colors of life; every moment brings a new feeling.”

Mausam Shayari in Hindi

“ये मौसम कहीं गुजर ना जाए, तुझे जी भर के देख लू बरसात से पहले।”

“ये मौसम बहुत खूबसूरत है, इसे हम दोनों की जरूरत है।”

“ऐ मौसम मुझे वहां ले चल, जहां उसके और मेरे बीच कोई दूरी ना रहे।”

“चलने लगती हैं ये मौसम की भी सांसें, जब कोई झोंका तेरी पलकों की हवा का लहराए।”

“जब प्यार किसी से ज्यादा हो जाए, तो दिल मछली महबूब पानी बन जाता है।”

“खुले आसमान के नीचे, तेज बारिश के साथ, नया प्यार मिलेगा, नए मौसम के साथ।”

“बारिश में भीगने का मजा तब आता है, जब भीगने वाले दो हो और छाता एक।”

“मुझे मौसम का नहीं, तेरे बदल जाने का डर है।”

“अजीब ही था वो शख्स, बरसात की तरह आया और मौसम की तरह छा गया।”

“पतझड़ के मौसम में दिल भी टूट जाता है, जैसे पेड़ों से गिरते हैं पत्ते।”

“सर्द हवाओं ने मेरे दिल को और ठंडा कर दिया। तेरी यादें अब भी जलती हैं अंदर।”

“उदास फिरता है अब मोहल्ले में बारिश का पानी, कश्तियां बनाने वाले मोबाइल से इश्क कर बैठे।”

“बहारों की खुशबू से महकता है जहां, ये मौसम हमें जीने की वजह देता है।”

“फूलों की खुशबू में तेरे प्यार का एहसास, हर मौसम में तू ही मेरे दिल की खास।”

“जब आसमान पर घटा काली नजर आती है, तो पेड़ों के पत्तों पर हरियाली नजर आती है।”

“सारे इत्रों की खुशबू मंद पड़ जाती है, अगर मिट्टी पे बूंदें चंद पड़ जाती हैं।”

“बरसात की बूंदें जब गिरती हैं जमीं पर, दिल भीग जाता है यादों के समंदर में।”

“बारिश का कोई रंग तो नहीं होता, मगर इनके बिना प्यार बेरंग है।”

“तुम्हारी यादें भी बारिश की तरह हैं, भीग कर सुकून मिलता है।”

“सुना है बारिश में दुआ कबूल हो जाती है, इजाजत हो तो तुम्हें मांग लूं।”

“वो बारिश की तरह है दोस्त, अगर बरसे तो कायनात भीग जाए।”

“मौसम बदलते हैं जैसे जिंदगी के रंग बदलते हैं। हर पल नया एहसास लेकर आते हैं।”

“तेरे प्यार का मौसम कभी ना बदले, तेरे साथ हर लम्हा जैसे जन्नत में चले।”

“पतझड़ में भी देखूं मैं बसंत, तेरी यादों में खोया हर पल हर क्षण।”

“तेरे साथ चांदनी रातें सजाऊं; तेरे साथ हर मौसम मेरा दिल झूमे।”

“तू दूर है मुझसे पर दिल के बहुत पास; तेरे साथ हर मौसम लगे खास।”

“तेरी यादों का मौसम हर वक्त मेरे साथ रहता है, चाहे बाहर धूप हो या बारिश।”

“मौसम की तरह बदलते नहीं हम, हमारी मोहब्बत हर मौसम में एक जैसी रहती है।”

“तेरे साथ बिताए हुए पल, हर मौसम को खास बना देते हैं।”

“हवा में तेरी खुशबू है, ये मौसम तेरा एहसास कराता है।”

“मौसम चाहे जैसा भी हो, तेरा साथ हर मौसम को खूबसूरत बना देता है।”

“ये बारिश की बूंदें तेरी याद दिलाती हैं, जैसे तू मेरे पास बैठी हो।”

“हर मौसम में तेरा ख्याल आता है, तू ही तो मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत मौसम है।”

“तेरी मुस्कान से खिल उठता है मेरा दिन, जैसे सूरज की किरणों से खिलता है गुलाब।”

“तू मेरे दिल का वो मौसम है जो कभी नहीं बदलता।”

“तेरी बाहों में जो सुकून मिलता है, वो किसी भी मौसम में नहीं मिलता।”

“अब तो हर मौसम उदासी लेकर आता है, क्योंकि तू अब मेरे साथ नहीं है।”

“सर्द हवाओं ने तेरी यादों को और गहरा कर दिया है।”

“पतझड़ के पत्तों की तरह बिखर गया हूं मैं, तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगती है।”

“बरसात के मौसम में भी ये आंखें सूखी हैं, क्योंकि अब रोने का भी मन नहीं करता।”

“तेरे बिना हर मौसम अधूरा लगता है, जैसे बिना बारिश के बादल।”

“मौसम बदलते हैं लेकिन मेरी तन्हाई वही रहती है।”

“तू था तो हर मौसम खूबसूरत था, अब तो बस सन्नाटा ही सन्नाटा है।”

“चमकती धूप भी अब अंधेरे जैसी लगती है, जबसे तू दूर हुआ है।”

“बरसात की बूंदें गिरती हैं, लेकिन दिल के आंसू कोई नहीं देख पाता।”

“हर सुबह सूरज की किरणें नई उम्मीदें लेकर आती हैं। ये मौसम हमें जीने का सबक सिखाता है।”

“पेड़ों की शाखों पर बैठे परिंदे जैसे इस मौसम का स्वागत कर रहे हों।”

“बर्फ से ढकी पहाड़ियां और ठंडी हवाएं, जैसे कुदरत ने अपने रंग बिखेर दिए हों।”

“हरियाली से भरा ये मौसम दिल को सुकून देता है और आंखों को आराम।”

“जब आसमान पर इंद्रधनुष नजर आता है, तो लगता है जैसे कुदरत मुस्कुरा रही हो।”

“घने बादलों के बीच सूरज झांक रहा है, जैसे उम्मीदें अंधेरों से लड़ रही हों।”

“बारिश की बूंदों में छुपा हुआ एक गीत सुनाई देता है, जैसे कुदरत हमसे कुछ कहना चाहती हो।”

“बारिश का हर कतरा मुझे तेरी याद दिलाता है।”

“जब बारिश होती है तो लगता है जैसे आसमान भी अपने दर्द को बहा रहा हो।”

“बारिश में भीगना अच्छा लगता था जब तक तुम साथ थे।”

“बरसात के पानी में तेरी तस्वीर नजर आती है।”

“बारिश की फुहारों में छुपा हुआ प्यार महसूस होता है।”

“भीगी हुई सड़कें और ठंडी हवाएं तेरे साथ बिताए हुए पल याद दिलाती हैं।”

“मौसम बदलते रहते हैं लेकिन तेरी यादें हमेशा मेरे साथ रहती हैं।”

“हर बदलता मौसम मुझे जिंदगी के नए सबक सिखाता है।”

“पतझड़ के बाद बसंत जरूर आता है, ये कुदरत का नियम हमें उम्मीद देता है।”

“मौसम बदलने से जिंदगी के रंग भी बदल जाते हैं।”

“फूल खिलते हैं तो लगता है जैसे जिंदगी फिर से मुस्कुरा रही हो।”

“बसंत का ये खुशनुमा मौसम दिल को नई उमंग देता है।”

“गर्मी की तपिश में भी तेरी यादें ठंडक देती हैं।”

“गर्मी का ये मौसम मुझे उस गांव की याद दिलाता है जहां पेड़ों की छांव सुकून देती थी।”

“ठंडी हवाएं और तेरा ख्याल, दोनों ही सुकून देते हैं।”

“सर्द रातों में तेरी यादें रजाई बन जाती हैं।”

“बारिश के पानी में जो सुकून मिलता है वो किसी और चीज़ में नहीं मिलता।”

“तेरी बाहों में जो सुकून मिलता है, वो किसी भी मौसम में नहीं मिलता।”

“तू मेरे दिल का वो मौसम है जो कभी नहीं बदलता।”

“तेरी मुस्कान से खिल उठता है मेरा दिन, जैसे सूरज की किरणों से खिलता है गुलाब।”

“तेरे साथ बिताए हुए पल, हर मौसम को खास बना देते हैं।”

“हवा में तेरी खुशबू है, ये मौसम तेरा एहसास कराता है।”

“मौसम चाहे जैसा भी हो, तेरा साथ हर मौसम को खूबसूरत बना देता है।”

“ये बारिश की बूंदें तेरी याद दिलाती हैं, जैसे तू मेरे पास बैठी हो।”

“हर मौसम में तेरा ख्याल आता है, तू ही तो मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत मौसम है।”

“तू दूर है मुझसे पर दिल के बहुत पास; तेरे साथ हर मौसम लगे खास।”

“चमकती धूप में भी तेरी छांव का एहसास होता है।”

“अब तो हर मौसम उदासी लेकर आता है, क्योंकि तू अब मेरे साथ नहीं है।”

“सर्द हवाओं ने तेरी यादों को और गहरा कर दिया है।”

“पतझड़ के पत्तों की तरह बिखर गया हूं मैं, तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगती है।”

“बरसात के मौसम में भी ये आंखें सूखी हैं, क्योंकि अब रोने का भी मन नहीं करता।”

“तेरे बिना हर मौसम अधूरा लगता है, जैसे बिना बारिश के बादल।”

“मौसम बदलते हैं लेकिन मेरी तन्हाई वही रहती है।”

“तू था तो हर मौसम खूबसूरत था, अब तो बस सन्नाटा ही सन्नाटा है।”

“चमकती धूप भी अब अंधेरे जैसी लगती है, जबसे तू दूर हुआ है।”

“बरसात की बूंदें गिरती हैं, लेकिन दिल के आंसू कोई नहीं देख पाता।”

“हर सुबह सूरज की किरणें नई उम्मीदें लेकर आती हैं।”

“पेड़ों की शाखों पर बैठे परिंदे जैसे इस मौसम का स्वागत कर रहे हों।”

“बर्फ से ढकी पहाड़ियां और ठंडी हवाएं, जैसे कुदरत ने अपने रंग बिखेर दिए हों।”

“हरियाली से भरा ये मौसम दिल को सुकून देता है और आंखों को आराम।”

“जब आसमान पर इंद्रधनुष नजर आता है, तो लगता है जैसे कुदरत मुस्कुरा रही हो।”

“बारिश की बूंदों में छुपा हुआ एक गीत सुनाई देता है।”

“बारिश का हर कतरा मुझे तेरी याद दिलाता है।”

“जब बारिश होती है तो लगता है जैसे आसमान भी अपने दर्द को बहा रहा हो।”

“बारिश में भीगना अच्छा लगता था जब तक तुम साथ थे।”

“बरसात के पानी में तेरी तस्वीर नजर आती है।”

“पतझड़ के बाद बसंत जरूर आता है, ये कुदरत का नियम हमें उम्मीद देता है।”

“मौसम बदलने से जिंदगी के रंग भी बदल जाते हैं।”

“फूल खिलते हैं तो लगता है जैसे जिंदगी फिर से मुस्कुरा रही हो।”

“गर्मी की तपिश में भी तेरी यादें ठंडक देती हैं।”

“ठंडी हवाएं और तेरा ख्याल दोनों ही सुकून देते हैं।”

“तेरे साथ बिताए हर पल, मौसम की तरह खूबसूरत लगता है।”

“तू मेरे दिल का वो मौसम है, जो हर वक्त खुशबू बिखेरता है।”

“तेरी यादों का मौसम हर वक्त मेरे साथ रहता है, चाहे बाहर धूप हो या बारिश।”

“मौसम की तरह बदलते नहीं हम, हमारी मोहब्बत हर मौसम में एक जैसी रहती है।”

“तेरे बिना ये बारिश भी अधूरी लगती है।”

“तेरी मुस्कान से खिल उठता है मेरा दिन, जैसे सूरज की किरणें खिलाती हैं गुलाब।”

“तेरा साथ हर मौसम को जन्नत बना देता है।”

“बरसात की बूंदों में तेरी यादें छुपी होती हैं।”

“तू मेरे दिल का वो मौसम है जो कभी नहीं बदलता।”

“तेरी बाहों में जो सुकून मिलता है, वो किसी भी मौसम में नहीं मिलता।”

“अब तो हर मौसम उदासी लेकर आता है, क्योंकि तू अब मेरे साथ नहीं है।”

“सर्द हवाओं ने तेरी यादों को और गहरा कर दिया है।”

“पतझड़ के पत्तों की तरह बिखर गया हूं मैं, तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगती है।”

“बरसात के मौसम में भी ये आंखें सूखी हैं, क्योंकि अब रोने का भी मन नहीं करता।”

“तेरे बिना हर मौसम अधूरा लगता है, जैसे बिना बारिश के बादल।”

“मौसम बदलते हैं लेकिन मेरी तन्हाई वही रहती है।”

“तू था तो हर मौसम खूबसूरत था, अब तो बस सन्नाटा ही सन्नाटा है।”

“चमकती धूप भी अब अंधेरे जैसी लगती है, जबसे तू दूर हुआ है।”

“बरसात की बूंदें गिरती हैं, लेकिन दिल के आंसू कोई नहीं देख पाता।”

“हर सुबह सूरज की किरणें नई उम्मीदें लेकर आती हैं।”

“पेड़ों की शाखों पर बैठे परिंदे जैसे इस मौसम का स्वागत कर रहे हों।”

“बर्फ से ढकी पहाड़ियां और ठंडी हवाएं, जैसे कुदरत ने अपने रंग बिखेर दिए हों।”

“हरियाली से भरा ये मौसम दिल को सुकून देता है और आंखों को आराम।”

“जब आसमान पर इंद्रधनुष नजर आता है, तो लगता है जैसे कुदरत मुस्कुरा रही हो।”

“बारिश की बूंदों में छुपा हुआ एक गीत सुनाई देता है।”

“बारिश का हर कतरा मुझे तेरी याद दिलाता है।”

“जब बारिश होती है तो लगता है जैसे आसमान भी अपने दर्द को बहा रहा हो।”

“बारिश में भीगना अच्छा लगता था जब तक तुम साथ थे।”

“बरसात के पानी में तेरी तस्वीर नजर आती है।”

“पतझड़ के बाद बसंत जरूर आता है, ये कुदरत का नियम हमें उम्मीद देता है।”

“मौसम बदलने से जिंदगी के रंग भी बदल जाते हैं।”

“फूल खिलते हैं तो लगता है जैसे जिंदगी फिर से मुस्कुरा रही हो।”

“गर्मी की तपिश में भी तेरी यादें ठंडक देती हैं।”

“ठंडी हवाएं और तेरा ख्याल दोनों ही सुकून देते हैं।”

“तेरी यादों के मौसम में हर दिन बहार सा लगता है।”

“जब तुम साथ होते हो, हर मौसम प्यार का मौसम बन जाता है।”

“तेरे बिना ये बारिश भी अधूरी लगती है।”

“तू मेरे दिल का वो मौसम है, जो हर वक्त खुशबू बिखेरता है।”

“तेरे साथ बिताए हुए पल, हर मौसम को खास बना देते हैं।”

“हवा में तेरी खुशबू है, ये मौसम तेरा एहसास कराता है।”

“मौसम चाहे जैसा भी हो, तेरा साथ हर मौसम को खूबसूरत बना देता है।”

“ये बारिश की बूंदें तेरी याद दिलाती हैं, जैसे तू मेरे पास बैठी हो।”

“हर मौसम में तेरा ख्याल आता है, तू ही तो मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत मौसम है।”

“तेरी मुस्कान से खिल उठता है मेरा दिन, जैसे सूरज की किरणें खिलाती हैं गुलाब।”

“अब तो हर मौसम उदासी लेकर आता है, क्योंकि तू अब मेरे साथ नहीं है।”

“सर्द हवाओं ने तेरी यादों को और गहरा कर दिया है।”

“पतझड़ के पत्तों की तरह बिखर गया हूं मैं, तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगती है।”

“बरसात के मौसम में भी ये आंखें सूखी हैं, क्योंकि अब रोने का भी मन नहीं करता।”

“तेरे बिना हर मौसम अधूरा लगता है, जैसे बिना बारिश के बादल।”

“मौसम बदलते हैं लेकिन मेरी तन्हाई वही रहती है।”

“तू था तो हर मौसम खूबसूरत था, अब तो बस सन्नाटा ही सन्नाटा है।”

“चमकती धूप भी अब अंधेरे जैसी लगती है, जबसे तू दूर हुआ है।”

“बरसात की बूंदें गिरती हैं, लेकिन दिल के आंसू कोई नहीं देख पाता।”

“हर सुबह सूरज की किरणें नई उम्मीदें लेकर आती हैं।”

“पेड़ों की शाखों पर बैठे परिंदे जैसे इस मौसम का स्वागत कर रहे हों।”

“बर्फ से ढकी पहाड़ियां और ठंडी हवाएं, जैसे कुदरत ने अपने रंग बिखेर दिए हों।”

“हरियाली से भरा ये मौसम दिल को सुकून देता है और आंखों को आराम।”

“जब आसमान पर इंद्रधनुष नजर आता है, तो लगता है जैसे कुदरत मुस्कुरा रही हो।”

“बारिश की बूंदों में छुपा हुआ एक गीत सुनाई देता है।”

“बारिश का हर कतरा मुझे तेरी याद दिलाता है।”

“जब बारिश होती है तो लगता है जैसे आसमान भी अपने दर्द को बहा रहा हो।”

“बारिश में भीगना अच्छा लगता था जब तक तुम साथ थे।”

“बरसात के पानी में तेरी तस्वीर नजर आती है।”

“पतझड़ के बाद बसंत जरूर आता है, ये कुदरत का नियम हमें उम्मीद देता है।”

“मौसम बदलने से जिंदगी के रंग भी बदल जाते हैं।”

“फूल खिलते हैं तो लगता है जैसे जिंदगी फिर से मुस्कुरा रही हो।”

“गर्मी की तपिश में भी तेरी यादें ठंडक देती हैं।”

“ठंडी हवाएं और तेरा ख्याल दोनों ही सुकून देते हैं।”

Famous Examples of Mausam Shayari

Here are some timeless examples from renowned poets:

  • Gulzar:
    “Raindrops fall and decorate the earth just like your love has adorned my life.”
  • Jaun Elia:
    “Seasons may change, but your memories always remain with me.”

These verses reflect how beautifully poets have blended emotions with seasonal elements.

Mausam Shayari for Specific Seasons

Let’s explore how different seasons inspire unique poetic expressions:

SeasonCommon Themes in ShayariExample Lines
Spring (Basant)Renewal, hope, beauty“Flowers bloom as if life begins anew.”
Summer (Garmi)Longing for relief“The heat reminds me of your warm embrace.”
Monsoon (Barish)Romance, nostalgia“Raindrops fall like whispers from heaven.”
Autumn (Patjhad)Change, reflection“Leaves fall as memories fade away slowly.”
Winter (Sardi)Loneliness, warmth“Cold nights remind me how warmth feels rare.”

How to Use Mausam Shayari in Daily Life

Mausam Shayari isn’t just for reading—it can be part of your daily life! Here are some ideas:

  • Social Media Captions: Use Mausam Shayari as captions for Instagram posts or WhatsApp statuses to express your mood.
  • Greeting Cards: Add seasonal poetry to cards for birthdays or festivals.
  • Personal Journals: Write down Mausam Shayari to reflect on your emotions during different times of the year.
  • Festivals & Gatherings: Share seasonal poems during family gatherings or cultural events to add charm to celebrations.

Unique Features of Mausam Shayari

What makes Mausam Shayari so special? Here are some unique features:

  1. Emotional Depth: It conveys profound emotions through simple yet impactful words.
  2. Connection with Nature: It bridges human feelings with natural elements like rain, wind, flowers, and snow.
  3. Cultural Richness: Hindi poetry reflects India’s diverse seasons and traditions beautifully.

Benefits of Reading and Writing Mausam Shayari

Engaging with Mausam Shayari offers several benefits:

  • Enhances emotional expression by helping you articulate feelings better.
  • Provides solace during tough times by connecting you with nature’s calming rhythms.
  • Encourages creativity by inspiring you to write your own verses.
  • Promotes mindfulness by making you appreciate seasonal changes more deeply.

Conclusion

Mausam Shayari is more than just poetry—it’s an emotional journey through nature and human experiences. Whether you’re celebrating love on a rainy day or reflecting on life during autumn evenings, these verses bring comfort and joy to our hearts.

So why not explore this beautiful art form? Share Mausam Shayari with your loved ones or write your own lines inspired by the changing seasons. After all, every season has a story—and so do you!

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