Mood Off Shayari in Hindi captures the essence of melancholy, heartbreak, and introspection through poetic expressions. These verses resonate deeply with those experiencing moments of sadness, disappointment, or emotional turmoil. In the rich tapestry of Hindi literature, shayari holds a special place, offering solace and understanding to troubled hearts.
The concept of “mood off” encompasses a wide range of emotions, from mild frustration to profound sorrow. Hindi shayari, with its lyrical quality and emotive power, provides a cathartic outlet for these feelings. It allows individuals to articulate their pain, loneliness, and disillusionment in a way that is both beautiful and relatable.
Mood Off Shayari often employs vivid imagery and metaphors drawn from nature, everyday life, and human relationships. These poetic devices help convey complex emotions in a concise yet impactful manner. The brevity of shayari makes it particularly suited for modern communication, allowing people to share their feelings through social media, text messages, or personal conversations.
In a world that often demands constant positivity, Mood Off Shayari offers a refreshing acknowledgment of life’s darker moments. It validates the experience of negative emotions and provides a sense of companionship to those who may feel isolated in their sadness. By expressing shared human experiences, these verses create a sense of connection and understanding among readers.
Moreover, Mood Off Shayari serves as a form of emotional release. Writing or reading such poetry can be therapeutic, helping individuals process their feelings and find comfort in the shared human experience of pain and disappointment. It reminds us that it’s okay to not be okay sometimes, and that even in our darkest moments, we are not alone.
200+ Mood Off Shayari in Hindi
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
तन्हाई में डूबा हूँ मैं, खामोशी से लिपटा हूँ। कोई नहीं जो समझे मुझे, बस अपने आप से रूठा हूँ।
ज़िंदगी ने सिखाया है, मुस्कुराना हर हाल में। पर आज मूड ऑफ है यारों, थक गया हूँ इस चाल में।
आँसू छुपाए बैठा हूँ, मुस्कान का नकाब ओढ़े। दुनिया समझती खुश हूँ मैं, पर अंदर से टूटा हूँ।
काश कि वो समझ पाते, मेरे दिल की पुकार को। मैं चुप रहूँ तो भी सुन लें, मेरी खामोश गुफ्तगू को।
दिल को समझाना मुश्किल हो गया है, हर लम्हा तेरी याद में गुज़र रहा है। कैसे कहूँ कि मैं ठीक हूँ, जब हर सांस तेरे नाम से भर रहा है।
खामोशी मेरी ज़ुबान बन गई है, तन्हाई मेरी पहचान बन गई है। तुम्हारे जाने के बाद से, हर पल एक इम्तिहान बन गया है।
आँखों में नमी है, दिल में उदासी है, हर पल बस तेरी ही याद आती है। कैसे भूलूँ वो पल जो तेरे साथ गुज़ारे थे, अब हर लम्हा एक सज़ा बन गया है।
टूटे सपनों की दास्तान लिखता हूँ, बेजान से लफ्ज़ों में अपना दर्द छुपाता हूँ। दुनिया समझती है मैं मुस्कुरा रहा हूँ, पर अंदर से हर पल बिखरता जा रहा हूँ।
वक्त ने सिखाया है मुस्कुराना हर हाल में, पर आज मूड ऑफ है यारों, थक गया हूँ इस चाल में। कोई नहीं जो समझे मेरे दिल की बात को, खामोशी में ही छुपा लिया है अपने आप को।
तुम्हारी यादों के सहारे जी रहे हैं, अपने आंसुओं को पी रहे हैं। कभी-कभी लगता है कि काश, हम भी तुम्हारी तरह भूल जाते।
दिल की बात दिल में ही रह गई, आंखों में नमी छुप न सकी। तुम्हारे जाने के बाद से, ज़िंदगी बस एक रस्म सी बन गई।
हमने तो बस प्यार किया था, तुमने इसे मज़ाक समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कुछ लोग ज़िंदगी में आते हैं सिखाने के लिए, कि कैसे बिना मरे भी मरा जा सकता है। अब न दिल टूटने का दर्द महसूस होता है, न ही किसी के जाने का गम होता है।
काश कि हम वापस जा सकते, उन पलों में जहां सब ठीक था। जब न तेरी बेवफाई का पता था, न ही इस दिल के टूटने का डर था।
तन्हाई में डूबे हुए हैं हम, खामोशी से लिपटे हुए हैं हम। किसी से कुछ कहते नहीं, बस अपने आप से रूठे हुए हैं हम।
हर रात आंसुओं से भीगी होती है, हर सुबह एक नई उम्मीद लेकर आती है। पर दिन ढलते ही फिर वही दर्द, और फिर वही मूड ऑफ हो जाता है।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भी पत्थर दिल होते। न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बेरंग सी हो गई है। जो मुस्कान कभी चेहरे पर थी, अब वो भी झूठी सी लगती है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, किसी और का हाथ थाम लिया।
दिल टूटने की आवाज़ सुनी है कभी? बिलकुल सन्नाटे जैसी होती है। कोई नहीं सुनता इसे, बस दर्द महसूस होता है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है,न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
हर रात सोचता हूँ कि कल बेहतर होगा, पर हर सुबह वही दर्द फिर से जागता है। कैसे समझाऊँ इस दिल को, कि वो अब कभी नहीं लौटेंगे।
तुम्हारे साथ बिताए पल याद आते हैं, आँखों में आंसू भर आते हैं। काश कि वक्त थम जाता उस दिन, जब हम दोनों साथ थे।
मुझे तो बस इतना बताओ, क्या तुम्हें याद आती है मेरी? या फिर मैं ही पागल हूँ जो, हर पल तुम्हें याद करता हूँ।
दिल टूटने की आवाज़ सुनी है कभी?
वो बिलकुल सन्नाटे जैसी होती है। बाहर से कोई नहीं सुनता, पर अंदर से पूरा वजूद हिल जाता है।
मूड ऑफ है आज फिर से, न किसी से बात करने का मन है। बस अकेले बैठकर सोचता हूँ, क्यों इतना प्यार किया था मैंने।
हर ख़ुशी अधूरी लगती है तेरे बिना, हर मुस्कान झूठी लगती है तेरे बिना। कैसे जियूँ मैं इस दुनिया में, जहाँ हर चीज़ बेरंग है तेरे बिना।
तुमने तो नई ज़िंदगी शुरू कर ली, हम अभी भी उसी मोड़ पर खड़े हैं। जहाँ तुमने हमारा हाथ छोड़ा था, वहीं से आगे बढ़ नहीं पाए हैं।
कभी-कभी सोचता हूँ कि काश, तुम्हें भूल सकूँ एक पल के लिए। पर हर सांस में बसी है तुम्हारी याद, कैसे भूलूँ तुम्हें बताओ।
आज फिर बारिश हो रही है, और याद आ रही है तुम्हारी। कैसे भीगते थे हम दोनों साथ में, अब अकेले भीगना अच्छा नहीं लगता।
दिल में एक दर्द है जो मिटता नहीं, आँखों में एक नमी है जो सूखती नहीं। हर पल, हर लम्हा, बस एक ही ख्याल, काश कि तुम वापस आ जाओ।
मूड ऑफ है, दिल उदास है, आँखों में आंसू, दिल में प्यास है। कोई नहीं जो समझे मेरा दर्द, बस तुम्हारी याद ही मेरे पास है।
हर शाम गुज़रती है तुम्हारी यादों में, हर रात कटती है तुम्हारे ख्वाबों में। कैसे कहूँ कि मैं ठीक हूँ, जब हर पल जीता हूँ तुम्हारे अफ़सानों में।
तुम्हारे जाने के बाद से, ज़िंदगी एक बोझ बन गई है। हर दिन सिर्फ गुज़ारना है, जीने का मज़ा खो गया है।
काश कि मैं भी भूल पाता, जैसे तुम भूल गए हो मुझे। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे,कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
हम तो बस तुम्हें चाहते थे, तुमने हमें गलत समझ लिया। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, मूड ऑफ हो जाता है पूरा दिन।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम भूल सकते तुम्हें। पर हर पल, हर लम्हा, बस तुम्हारी याद आती है।
जब से तुम गए हो, ज़िंदगी थम सी गई है। हर पल, हर लम्हा, बस एक सज़ा बन गया है।
आज फिर मूड ऑफ है यारों, दिल में एक अजीब सा दर्द है। न किसी से बात करने का मन है, न ही कुछ करने का हौसला है।
तुम्हारी यादें अब भी ताज़ा हैं, जैसे कल ही तुम गए हो। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें भूल नहीं पाते।
काश कि हम भी भूल सकते, जैसे तुम भूल गए हो। पर हमारा दिल अभी भी, तुम्हारी यादों में खोया है।
जब भी तन्हाई में बैठते हैं, तुम्हारी यादें आ जाती हैं। आंखें नम हो जाती हैं, और मूड ऑफ हो जाता है।
हम तो बस इतना चाहते थे, कि तुम हमारे साथ रहो। पर तुमने तो हमें छोड़कर, अपनी राह चुन ली।
दिल में एक दर्द है, जो कभी जाता नहीं। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
कभी-कभी लगता है कि काश, हम तुमसे कभी मिले ही न होते। न इतना प्यार होता, न ही इतना दर्द सहना पड़ता।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर दिन एक सज़ा बन गया है। हर पल तुम्हें याद करते हैं, फिर भी तुम्हें पा नहीं सकते।
हम तो बस तुम्हारे थे, तुमने हमें अपना न समझा। अब जब भी याद आती है तुम्हारी, दिल में एक दर्द सा उठता है।
काश कि हम भी पत्थर दिल होते, न किसी से प्यार होता, न ही किसी के जाने का गम होता। बस जीते रहते बिना किसी दर्द के।
तुम्हारे जाने के बाद से, हर चीज़ बदल गई है। जो खुशियां कभी थीं, अब वो भी गायब हो गई हैं।
दिल टूटा है तो टूटने दो, ये वक़्त भी गुज़र जाएगा। कल फिर से नया सवेरा होगा, जो आज अंधेरा है।
आज फिर वही दर्द है, वही तन्हाई है। तुम्हारी यादें हैं जो, हमें चैन से जीने नहीं देतीं।
QnA about Mood Off Shayari in Hindi
Q1: What is Mood Off Shayari?
A1: Mood Off Shayari refers to poetic expressions in Hindi that convey feelings of sadness, disappointment, or emotional distress. These verses capture the essence of a low mood or troubled state of mind.
Q2: Why do people write or read Mood Off Shayari?
A2: People engage with Mood Off Shayari as a form of emotional release, to find solace in shared experiences, and to express feelings that may be difficult to articulate in everyday conversation.
Q3: What are common themes in Mood Off Shayari?
A3: Common themes include heartbreak, loneliness, betrayal, unfulfilled dreams, and the general struggles of life. These shayaris often use metaphors from nature or daily life to convey complex emotions.
Q4: Can Mood Off Shayari be therapeutic?
A4: Yes, writing or reading Mood Off Shayari can be therapeutic. It allows individuals to process their emotions, feel understood, and find comfort in knowing that others have experienced similar feelings.
Q5: How long is a typical Mood Off Shayari?
A5: Mood Off Shayari typically consists of two to four lines, making it concise yet impactful. However, longer forms exist, depending on the poet’s style and the complexity of the emotion being expressed.
Q6: Is Mood Off Shayari only for sad moments?
A6: While primarily associated with sadness, Mood Off Shayari can also express frustration, anger, or disappointment. It encompasses a range of negative emotions that people experience in life.
Q7: How has social media impacted the popularity of Mood Off Shayari?
A7: Social media has greatly increased the reach and popularity of Mood Off Shayari. Platforms like Instagram, Facebook, and WhatsApp allow for easy sharing of these verses, connecting people through shared emotional experiences.
Conclusion:
Mood Off Shayari in Hindi serves as a powerful medium for emotional expression and connection in the digital age. These poetic verses, with their ability to encapsulate complex feelings in just a few lines, have found a special place in the hearts of millions. They offer a unique blend of traditional poetic forms with modern sensibilities, making them relevant and relatable to a wide audience.
The enduring popularity of Mood Off Shayari speaks to a fundamental human need – the desire to be understood and to find meaning in our struggles. In a world that often prioritizes positivity and success, these shayaris provide a necessary counterbalance, acknowledging the full spectrum of human emotions. They remind us that it’s okay to have moments of sadness, frustration, or despair, and that these feelings are a natural part of the human experience.
Moreover, Mood Off Shayari acts as a bridge between individuals, fostering empathy and understanding. When someone reads a shayari that resonates with their current emotional state, they feel less alone in their struggles. This shared experience of pain and resilience creates a sense of community, even among strangers.
As we move forward in an increasingly digital world, the role of Mood Off Shayari in Hindi literature and popular culture is likely to evolve further. It will continue to adapt to new platforms and formats, reaching even wider audiences. However, its core essence – the ability to touch hearts and soothe troubled minds – will remain unchanged. In the end, Mood Off Shayari reminds us of the power of words to heal, connect, and inspire, even in our darkest moments.
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