Dua shayari is an ancient form of poetry that has its roots in the Indian subcontinent. It’s an expression of one’s hopes and wishes for blessings from the divine, and it’s been around for centuries. Dua shayari is a beautiful way for people to express their devotion and appreciation for God, and it offers comfort and solace to those who recite it. It’s also a powerful tool for connecting us to our faith, and to each other. In this article, we’ll explore the history, meaning, and relevance of dua shayari in modern life.
History of Dua Shayari
You may not be aware, but the tradition of expressing heartfelt emotions through poetic verse has been around for centuries. Dua shayari is a special form of shayari that focuses on expressing one’s feelings of devotion to Allah, the one true God. As far as its history is concerned, the origin of this type of shayari can be attributed to the Islamic Sufi tradition, which is based on the teachings of Prophet Muhammad. It is said that the first known collections of dua shayari were compiled by the great Sufi saint, Maulana Rumi. These collections contained verses that expressed his profound devotion to Allah, and his longing to be reunited with God. Over the centuries, many other Sufi writers and poets have contributed to the growth of this poetic tradition, and it is now widely appreciated in many parts of the world.
Meaning of Dua Shayari
Understanding the significance of these poetic expressions can provide a deeper appreciation for their beauty. Dua shayari is a form of poetic expression that is used to make a wish or to express a heartfelt desire. It is a type of prayer that is expressed with beauty, emotion, and elegance. The words used in dua shayari are usually filled with hope, longing, and love. For example, a dua shayari might say, “Oh God, may you grant me the strength and courage to face my fears.” It is often used to seek guidance, forgiveness, or blessings from a higher power. At its core, dua shayari is a way to express one’s feelings and desires to the divine. It is a way to meditate on the power of the divine and to connect with the divine in a more meaningful way.
Types of Dua Shayari
Feel the power of the divine in your heart as you express your longings and wishes through the beauty of dua shayari. There are various types of dua shayari that can be used to express one’s own deepest wishes. For example, the ‘Dua-e-Dil’ type of shayari is a heartfelt prayer to God asking for His favors. This type of shayari expresses the innermost emotions and wishes of a person. Another type of dua shayari is the ‘Dua-e-Ilahi’ which is an invocation to God asking for His mercy and protection. This type of shayari is often used for spiritual healing and protection. Lastly, there is the ‘Dua-e-Aman’ which is a traditional prayer for peace and tranquility. This type of shayari is usually used to bring peace and serenity into one’s life. All of these types of dua shayari have their own unique charm and beauty that can be used to express one’s deepest wishes and longings.
Popular Dua Shayari Poets
Discovering the verses of renowned dua shayari poets can be a deeply moving and inspiring experience. One of the most celebrated dua shayari poets of all time is Ghalib, a 19th century poet from India. He wrote some of the most famous dua shayari verses that are beloved by people around the world. His verses speak to the beauty of nature, the struggles of life and the joys of love. Another famous dua shayari poet is Mirza Ghalib. He was a contemporary of Ghalib and wrote extensively about the human condition, and his verses often explored the depth of his emotions. He wrote verses that inspired generations of poets to come, and his works continue to be read and admired. Other popular dua shayari poets include Mir Taqi Mir, Mirza Asadullah Khan Ghalib, and Allama Iqbal, who wrote about the idea of a united Islamic nation. These poets have left a lasting impression on the world of poetry, and their verses are still quoted and enjoyed today.
Relevance of Dua Shayari in Modern Life
The lyrical, timelessness of dua shayari still resonates with us today, providing a soothing balm to the soul in times of difficulty and a source of inspiration in moments of joy. Its beauty and power lies in its ability to capture the universal emotions that humans experience, from joy and celebration to grief and despair. Through its poetic forms, dua shayari speaks to the heart, offering a comfort and solace that is difficult to find in the modern world.
The relevance of dua shayari in modern life is undeniable. Its words can be a source of comfort and strength, allowing us to tap into a part of ourselves that is often hidden beneath the hustle and bustle of modern life. Furthermore, its imagery and symbolism provide a unique way to express our innermost thoughts and feelings, allowing us to connect with our true selves in a profound and meaningful way. Thus, dua shayari remains as relevant today as ever before.
कामयाबी के हर शिखर पर तुम्हारा नाम होगा, तुम्हारे हर कदम पर दुनिया का सलाम होगा, हिम्मत से मुश्किलों का सामना करना दोस्त, दुआ है कि वक़्त एक दिन तुम्हारा गुलाम होगा.
तुम सदा मुस्कुराते रहो ये तमन्ना है हमारी, हर दुआ में माँगी है बस खुशी तुम्हारी, तुम सारी दुनिया को दोस्त बना कर देख लो, फ़िर भी महसूस करोगे कमी हमारी.
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करूँ, आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करूँ, खुदा ने बस इतना सिखाया हैं मुझे, कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ.
वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे, तुम्हें भूलकर जियूं यह खुदा न करे, रहे तेरी दोस्ती मेरी जिंदगी बनकर, यह बात और है जिन्दगी वफा न करे.
कशमकश ज़िन्दगी में सदा आती है, सुकून के ही खातिर, दुआ आती है.
हक़ में अपनी हम वफ़ा मांगते हैं, शाम-ओ-शहर ये दुआ मांगते हैं.
जब भी हाथ उठा कर दुआ मांगते हैं, तेरी ही खुशी बेइंतहा मांगते हैं.
हमसे भी पूछ लो कभी हाल-ए-दिल हमारा, कभी हम भी कह सकें की दुआ है आपकी.
रब से आपकी खुशी मांगते हैं, दुआओं में आपकी हंसी मांगते हैं, सोचते हैं क्या मांगें आपसे, चलो उम्र भर की मोहब्बत मांगते हैं.
हो पूरी दिल की हर ख्वाहिश आपके, और मिले खुशियों का जहाँ आपको, अगर आप मांगे आसमा का एक तारा, तो खुदा देदे सारा आसमा आपको.
हजार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल, दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती नहीं.
जहां में तेरी यादों के सिवा कुछ भी नहीं, दिल में गुजरी बातों के सिवा कुछ भी नहीं, तू जहाँ भी रहे सदा खुश रहे, मेरे लबों पर दुआओं के सिवा कुछ भी नहीं.
दिल मिले किसी को तो किसी को दिलदार मिले, किसी को मिले गुल तो किसी को गुलजार मिले, फूल मिले किसी को तो किसी को फूलों का हार मिले, दुआ है मेरी रब से कि मुझे आप सबका प्यार मिले.
तेरी मोहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना, हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते.
ज़िंदगी में न कोई राह आसान चाहिए, न कोई अपनी ख़ास पहचान चाहिए, बस एक ही दुआ माँगते हैं रोज भगवान से, आपके चेहरे पे प्यारी सी मुस्कान चाहिए.
तेरे इख्तियार में क्या नहीं, मुझे इस तरह नवाज़ दे, यूं दुआएं मेरी कुबूल हों, कि मेरे लब पे कोई दुआ न हो.
जब भी तन्हाई में आपकी याद आती है, तब मेरे होंठों पर बस एक ही फ़रियाद आती है, खुदा आपको जिंदगी में हर ख़ुशी दे दे, क्योंकि हमारी ख़ुशी आपके बाद आती है.
नहीं होता वो हासिल चाहे सौ बार मांग कर देख लो, दुआ वही क़ुबूल होती है जो दिल से मांगी जाती है..
कोई तो पूछे हम से हाल ऐ दिल हमारा , हम भी कहना चाहते हैं दुआ है आपकी..
भगवान आपको सुख, समृद्धि और शांति दे, यही हमारी दुआ है ..
अपने दिल और दिमाग को परमात्मा के साथ जोड़ना, और दूसरों की भलाई माँगना ही दुआ है..
दुआ को केवल मुसीबत में मांगने के लिए नहीं, बल्कि जीने का तरीका बनाओ..
विश्वास और दुआ, दोनों आत्मा के लिए एक विटामिन की तरह हैं..
वो दुआ मांगती थी उसकी ज़िन्दगी से मेरे चले जाने की, उसकी दुआ क़ुबूल हो, बस यही दुआ मैं मांगता रहा..
दवाएं तो मिल जाती हैं कीमत चुका कर, बस दुआओं में याद रखना..
हमें तो ना दुआ रास आई और ना दवा, हम तो जिन्दा हैं इक तेरी मोहब्बत के सहारे..
हमने तो कभी अपनी ज़िन्दगी की दुआ नहीं की, बात मेरी मोहब्बत की थी तो दुआ में हाथ उठ गए..
दूसरों को रखोगे अगर तुम अपनी दुआओं में शामिल, यकीन मानिए खुशियां पहले आपके दरवाजे पर दस्तक देंगी..
तुम्हारा हर दिन मुस्कुराता रहे और हर शाम गुनगुनाती रहे, मेरी दुआ है कि जो भी तुझे ज़िन्दगी में मिले उसे तेरी याद सताती रहे..
अपनी दुआओं में मुझे याद रखा करो दोस्तों, सुना है दोस्तों की दुआएं फरिश्तों सा काम करती हैं..
दिल से मांगी है दुआ, उम्मीद है कबूली जाएगी, आज मेहनत कर रहा हूँ, कल किस्मत भी बदल जाएगी..
दुआ आपको नज़र आए या ना आए, मगर यकीन मानिए, दुआएं नामुमकिन को मुमकिन बना देती हैं..
दुआ मांगनी है तो उस मोहब्बत की मांगो, अगर उस से जुदा हो जाओ तो कुछ बाकी न रहे..
अब क्या मांगू खुदा से, तुझे मांगने के बाद, मुझे तो लगता है मेरी हर दुआ क़ुबूल हो गई..
वो गाँव भी सलामत रहे जहाँ तुम रहते हो, तुम खुश रहो इसलिए पूरे गाँव के लिए दुआ मांगते हैं..
दिल से मांगो तो हर दुआ कबूल होती है, दिल से कभी किसी के लिए कुछ मांग कर तो देखो..
मांगते हैं दुआ इस उम्मीद के साथ, मिल जाए तू और ज़िन्दगी बन जाए..
दुआ है मेरी कि हिफाज़त रहे हमेशा, एक आप और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा..
कहते हैं कि दिल से मांगो तो हर दुआ कबूल होती है, क्यों न इस बार तुम्हें मांग कर देखूं..
तेरी यादों के सिवा इस दुनिया में रखा क्या है, तेरी बीती बातों के बिना और कुछ भी नहीं.. जहाँ भी रहे तू हमेशा खुश रहे, मेरे होठों पर दुआओं के सिवा और कुछ भी नहीं..
आज हुआ है दीदार मेरी मोहब्बत का, शायद किसी ने मेरे हक़ में दुआ मांगी थी..
मोहब्बत की है तुझसे और मोहब्बत ही करते रहेंगे, जहाँ भी है तू बस सलामत रहे, यही दुआ हरदम करते रहेंगे..
जितने भी जन्म मिलें, तुम से ही हो मोहब्बत हमें, यही दुआ हम रब्ब से हर रोज़ करते हैं..
गम का साया भी तुम पर ना पड़े, तन्हाइयों का सामना भी कभी न करना पड़े.. जो भी आपकी ख्वाहिश है वो पूरी हो, मेरी दुआ है कि आपको कभी किसी चीज का इन्तजार न करना पड़े..
भगवान आपको और आपके परिवार को हमेशा खुश रखे, यही मेरी दुआ है..
इतनी ख़ता की है हमने उम्र भर, अब तो दुआ मांगने में भी शर्म सी आती है..
ज़िन्दगी में हमेशा तुम्हें प्यार मिले, जो कुछ भी चाहो वो हर बार मिले.. वैसे तो लोग बिछड़ते हैं दुनियां में हर किसी से, जो मिल कर न बिछड़े तुम्हें वो यार मिले..
खुदा जाने कौन मांग रहा है दुआ मेरे लिए, डूबता भी हूँ तो समुन्दर उछाल देता है..
दुआ में दूसरों की खुशियां मांग कर देखो, उनकी ख़ुशी में खुद खुश होकर देखो..
दुआ ये नहीं कि ज़िन्दगी सौ साल की हो, लेकिन जितनी भी हो कमाल की हो..
एक तू मिल जाए मेरे लिए यही काफी है, हर सांस के साथ मैंने ये दुआ मांगी है.. जाने क्या कशिश है तेरी आँखों में, इन आँखों ने तेरी एक झलक मांगी है..
तेरे लिए आज दुआ में क्या मांगू, बस यही चाहता हूँ कि तू दुआओं का मोहताज न हो..
ख़ुशी मिलते ही कुछ लोग मुझसे रूठ गए, दुआ करो कि फिर से मैं उदास हो जाऊं..
सलामती की दुआ शायरी मैं खुदा से हमेशा ये गुज़ारिश करता हूँ, तेरे चेहरे पर मुस्कान रहे यही सिफारिश करता हूँ..
माना कि खुदा बहुत दूर, दिल से दुआ मांग कर देखो .. क़ुबूल होती जरूर है..
रास्ता कैसा भी हो, सफर आसान सा लगता है, मुझे मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है..
तन्हाई में जब भी तुम्हें हम याद करते हैं, दिन हो चाहे रात हर बार करते हैं.. हर ख़ुशी मिले तुम्हें इस ज़िन्दगी में, होठों से बस यही फ़रियाद करते हैं..
हमारी ईश्वर से आपके लिए सिर्फ एक ही दुआ हैं की आपके जीवन में आती रहे ढेरो खुशियां हैं।
याद रखना दोस्त दिल से मांगी गयी दुआ कभी अधूरी नहीं जाती।
काश मेरी दुआ में इतना असर रहे की उसकी जिंदगी हमेशा ऐसी खिलखिलाती रहे।
जिनकी नियत में पहले से ही कोई खोट होता है उनकी दुआ सफल होना बहुत मुश्किल होता है।
मेरी हर दुआ में आज भी सिर्फ तेरा ही नाम रहता है, मेरी जिंदगी के एहम हिस्सों में आज भी तेरा नाम है।
ऐ खुदा मेरी बस इस दुआ को तू कबूल कर ले, उसकी जिंदगी के सारे दुःख छीनकर तू मुझे भेज दे।
जो बच्चे आज अपने माँ-बाप को इतना भला बुरा सुनाते है, वही माँ-बाप उनके लिए आज भी सिर्फ खुशियों की ही दुआ मांगते है।
याद रखना जब ईश्वर आपका इम्तेहान ले रहा होता है, तब उस वक़्त कोई भी दुआ काम नहीं आती।
जब भी मुसीबत के पहाड़ मेरे सामने आते है तब उस वक़्त मेरी माँ की दुआ मेरे काम आती हैं।
खुशियों से ज्यादा मैंने सिर्फ तुम्हे अपनी दुआओं में माँगा है, अपने इस दिल को मैंने सिर्फ तुम्हारे ही हवाले किया है।
हमने तो गैरो तक के लिए दुआऐ मांगी हैं, तुम तो खैर फिर भी अपने हो।
हमने उन्हें अपनी हर दुआओं में माँगा, और बदले में उन्होंने हमें सिर्फ धोखा दिया।
तेरी महोब्बत की तलब में हमने हाथ फैलाये थे, वरना दुआ तो हमने आजतक अपनी जिंदगी के लिए भी नहीं मांगी।
अगर तू मुझे मिल जाये तो कसम खुदा की मेरी हर एक दुआ पूरी हो जाये।
मेरी रब से हमेशा बस एक ही दुआ रही हैं, उस दुआ में तेरी सिर्फ सलामती की बात रही है।
ऐ खुदा मेरी दुआ का बस तू इतना असर रखियो, वो जहा भी रहे तू उसे बस खुश रखियो।
यहां हम हर दिन अपनों के लिए दुआ मांगते रहे, और वहा पीछे से हमारे अपने ही हमसे दगा कर बैठे।
तू जहा भी रहे बस हमेशा मुस्कुराती रहे, मेरी दुआ हैं की तू जिससे भी मिले उससे तुझे ढेरो खुशियां मिले।
मेरी दुआ है की ना मुझे पैसा मिले ना ही कोई गाड़ी मिले, बस जिंदगी भर मुझे यूही मेरी माँ का प्यार मिलता रहे।
अगर भगवान मुझसे आकर बोले की मैं तेरी कोई एक दुआ पूरी करूँगा, तो उस वक़्त मैं अगले 7 जन्मो तक सिर्फ तेरा ही साथ मांगूंगा।
जिस दिन से हमने तुम्हे अपनी दुआओं मांगना शुरू किया था उस दिन से हमने अपनी सभी ख्वाहिशो को मार दिया था।
हमें किसी की दुआ की जरुरत नहीं, हम खुश हैं अपनी इस घिसी-पीटी जिंदगी से ही।
बस अफ़सोस हमें आजतक इस बात का ही रहता है की जिनके लिए हम दुआ माँगा करते थे, वो ही हमारे पीठ-पीछे किसी और से इश्क़ करते थे।
आपकी जिंदगी के सभी सपने पूरे हो, आपकी जिंदगी में हमेशा यूही तरक्की हो, मुश्किलें चाहे लाख आये जिंदगी में हम दुआ करेंगे की आपके चेहरे पर तब भी ऐसी प्यारी सी मुस्कान हो।
चाहे तूने जितने भी जख्म दिए हो मुझे पर ये दिल अब भी सिर्फ तेरी खुशियों की ही दुआ मांगता है।
जब हमें छोड़कर जाओ तो इस कद्र जाना की हमें अपनी दुआओं में भी याद मत रखना।
अगर दुआ सच्चे दिल से की जाये तो नसीब में जो लिखा हैं उसे भी टाला जा सकता है।
आजतक हमने जिसके लिए भी सच्चे दिल से दुआ मांगी है, साला उसी ने हम से दगा की है।
आज हमारे दिल से एक दुआ निकली है, उस दुआ में आपको अपना हमसफर बनाने की बात निकली है।
जो शक्श अपनी दुआओं में दूसरो को भी शामिल करता हैं, खुदा उसके घर खुशियां सबसे पहले पहुँचता है।
मुश्किल रहे आसान आसान लगने लगी है, लगता है मेरे माँ-बाप की दुआओं का असर होने लगा है।
काश मेरी यह दुआ कबूल हो जाये जिस लम्हे में आप मुस्कुराती है वो लम्हा पूरी जिंदगी भर के लिए थम जाये।
जिस शक्श की दुआ में किसी के लिए बुराई की भावना होती है, भगवान उसी शक्श के बुरा करता है।
ना जाने इस समाज को क्या हो गया है, दुआओं में नहीं केवल अपने मतलब के वक्त इसका लगो को याद करने का काम हो गया है।
अगर आप मुझे अपनी दुआओं में शामिल नहीं कर सकते तो मत करिये पर कम से कम हमसे यूह रूठ कर तो ना जाइये।
अगर दुआए साथ ना हो तो ना जाने जिंदगी कितनी मुश्किल हो जाएगी।
अब बस आपकी दुआओ का ही सहारा रह गया है हमारी जिंदगी में, वरना यह जिंदगी तो कबकी बर्बाद हो चुकी है।
किसी ने सही ही कहा है की दोस्तों की दुआए फ़रिश्तो से भी ज्यादा बड़ी होती है।
अगर आपकी दुआए हमारे साथ रहेंगी तो कसम से हमारी जिंदगी में खुशियां हज़ार रहेंगी।
केवल दुआए मांगने से कुछ नहीं होगा, मेहनत की भी कई आवशयकता है सफलता तक पहुंचने के लिए।
हज़ार बार जो मागा करो तो क्या हासिल, दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है।
लाखों बार जो मागा करो तो क्या मिलता दुआ वही हैं जो दिल से कभी निकलती हैं
हम को हर जन्म मिलें आप पे कुर्बा होने को मै यें ही हमेशा करता रहता हू दुआ रब से
मै आशना हू अपने नसीब से बहुत वो दुआ से मुझ को कभी मिलता भी नही
He said, “I only complain of my suffering and my grief to Allah, and I know from Allah that which you do not know.
May Allah bless you with happiness and good health
For Marriage: May Allah bless you both with lots of happiness in the new journey of life.
May Allah bless you with prosperity & success and achieve every goal in life…
May Allah bless us all with success, health, happiness, patience, and strength. May all your dreams come true and may you live the life that you have always dreamed of. May Allah bless you with victory in this life and eternal life too. Amen!
May Allah Bless you with Success.
May Allah bless us with Patience!
May Allah bless our Prophet Muhammad (peace be upon him)
May Allah helps us witness the blessed month of Ramadan.
Ya, Allah helps me and the Muslims all across the world.
May Allah bless you with good health and long life.
Allah protects me from any harm
Ya, Rabb Protect My Heart.
May Allah fill your life with endless happy moments, countless wonderful surprises, and infinite success!
For Birthday: Patience and wisdom are two elements to live a happy and prosperous life. On this special day of yours, May Allah bless you with these two elements that are essential for a joyful life. I wish you a happy life ahead!! Happy Birthday.
May Allah Bless You With All The Highest Levels Of Jannah And Happiness And Success In This Life And The Next.
May Allah accept your dua and bless you with strong Imaan, saber, happiness, and long age with taqwa
May Allah bless you and your family with all the happiness in the world and hereafter.
May Allah bless you with long and righteous life and make you an obedient servant of him.
May Allah bless you and your family in this dunya and hereafter on the day of judgment
May Allah make this world for you and the whole ummah a better place to live and he bless us with the opportunity to die as true Muslim
Allah, please forgive us for what we did wrong. Please keep us on the right path away from Shaitan.
May Allah bless you and your family with the plentitude of blessings… Ameen!
May Allah bless you with what you are praying for, and if He doesn’t, may He give you better.
May Allah bless you and your wife with love, understanding, and happiness. May Allah Bless you both and shower his countless blessings on you May Allah keep you both safe and sound in all respects
Happy for you both as you’re lucky to have found each other. May You enjoy much love and happiness throughout your lives together. May Allah Bless You Both.
May Allah bless you with tremendous courage to stand for humanity throughout your life.
May Allah bless you and keep continue blessing you always with peace and happiness and all the success in your life of this dunya and hereafter. May He bless you today and always.
May Allah Bless your marriage
May Allah Bless your marriage with happiness
May Allah Bless your marriage with happiness.
May Allah Bless your new home.
May Allah Bless your baby.
May Allah Bless you on your birthday.
May Allah Bless me and my husband.
May Allah reward you greatly.
May Allah protect and guide us, May He forgive us for what we do and don’t do, and may He open our eyes and grant us hidayah.
May Allah bless us to go do hajj once in our life.
May Allah bless us to see another Ramadan
“Ya Allah bless and elevate poor Muslim countries from poverty.”
“Ya Allah, reunite me in Jannathul Firdous with those whom I love for your sake alone.”
“Ya Allah, Take me away from everything that takes me away from you.” Aameen
“May Allah guide us and bless us and our family with his mercy and love, forgive our sins and protect us from hell-fire.” Aameen
“Never doubt the power of dua. One small dua can change your life.”
“Ya Allah, Make strong my Imaan and accept my prayers.”
“O Allah, accept our prayers, our fasting, our good deeds, our standing in worship, our bowing and prostration to you.” Amen
“Ya Allah; Never let me hurt anyone and always keep me humble.”
“Ya Allah satisfy my heart with halal and keep me away from everything which is haram and make me your obedient servant.” Aameen
“Ya Allah accept my good deeds, Wipe away my sins and pardon me completely and increase me in reward and your Mercy.. Shower your Mercy upon me and upon Muslim Ummah.”
“Allah never rejects our Duas. He just answers them in different ways.”
“O Allah, forgive the sins of my parents and have mercy on them. Let me be of service to them with kindness and compassion. Accept their deeds and grant them jannah.”
Beautiful dua of Prophet(peace Be upon him) “O Allah, inspire me to be rightly guided and protect me from the evil of myself.”
“Ya Allah Let my death only reach me when you have forgiven my all sins and you are pleased with me.” Ameen
“Ya Allah grant me, my parents, My family and whole Muslim ummah with guidance, steadfastness and increased Imaan.”
“Don’t think that Allah forgets your du’as. He remembers anything and everything. Please have patience.”
“Ya Allah ! Make me how you want me to be.” Ameen
“O Allah please give my Mom and Dad “Jannah”
“Ya Allah, make me of the ones you love, You Pardon and You shade on a Day when there is no shade but from Your Majestic Arsh (Throne).”
“ O Allah help! Help me move my tongue incessantly in your praise, express my gratitude, and serve you in perfect worship.” Ameen
“O Allah save us from the punishment of the grave.” Ameen
“May Allah remove all our sorrows; pains and calamities and make our homes an abode of happiness.” Ameen
“Praise be to Allah in every circumstance.” Ameen
“O Allah When I hurt someone, give me the sense to realize and apologize; when I have been wronged, Give me the strength to forgive.”
“Dua can go where I cannot go.”
“O Allah you are the one who pardons greatly, and loves to pardon so pardon me.” Ameen
“Ya Allah, increase me in Yakeen and Tawakkul in you. Let there be no doubt in my belief in your Oneness, Your Majesty and Power.”
“I always trust that Allah will answer my dua not because of who I am but because of who he is.” // Allah is most merciful.
“Ya Allah increase me in my love for You and Prophet Mohammed (Peace be upon him).
Ya Allah, forgive us for the sins that we have committed and Forgotten.” Ameen
“Ya Allah lead me to more opportunities to do good deeds and seek your Pleasure.”
“May Allah forgive us, Guide us, cleanse our tongues, purify our hearts, and rectify our affairs.”
“O Allah relieve us from All distress, alleviate all our worries and cure all our illnesses.” Ameen
“Ya Allah, give me strength to deal with my life.”
“Ya Allah give our parents Good health, and long life and keep them safe.”
Frequently Asked Questions
How can I learn to write Dua Shayari?
If you’re looking to learn to write dua shayari, then the first step is to familiarize yourself with the form. Dua shayari is a type of Urdu poetry that focuses on making a prayer or a wish. It typically contains two lines, each with seven to ten words, and is used to express deep emotion and reverence. To get started, it’s important to learn the basics of Urdu poetry, such as the structure, flow, and rhyme. Additionally, you’ll want to get familiar with the vocabulary and topics that are often used in dua shayari. By understanding the form and the language, you’ll be well on your way to writing your own dua shayari.
What are the benefits of reciting Dua Shayari?
Reciting poetry of any kind can be beneficial for the mind, body, and soul. Dua shayari, in particular, is a type of poetry in which one recites duas or supplications in a poetic format. The benefits of reciting this type of poetry include increased focus and concentration, improved mental clarity, and a greater sense of peace and tranquility. Additionally, the act of reciting dua shayari can help to foster a deeper connection with one’s faith, leading to a more meaningful and fulfilling spiritual journey.
Are there any audio recordings of Dua Shayari available?
Audio recordings of dua shayari are available for those who are looking to deepen their connection with prayer and spiritual devotion. These recordings provide an opportunity to recite dua shayari in a more immersive and meaningful way, as they allow the listener to both hear and recite the words of the shayari. By listening to the recordings, a person can become more familiar with the language and the nuances of the dua shayari, allowing them to recite it with greater understanding and appreciation.
Are there any rules or guidelines for writing Dua Shayari?
Writing dua shayari is an art form that requires skill and knowledge about the culture and language in which the shayari is written. A key guideline for writing dua shayari is that the poem should be crafted in such a way that it conveys a deep and meaningful message. Additionally, it is important to use figurative language, such as metaphor and simile, to help create a vivid image of the message being conveyed. It is also important to use words that evoke strong emotion, as this can help to make the poem more powerful and impactful. Ultimately, the goal of writing dua shayari is to create a poem that resonates with the reader and conveys a profound message.
Are there any other types of Shayari related to Dua Shayari?
Shayari is an ancient form of poetry that originated in India and is still widely popular today. While many people are familiar with the romantic and heart-warming types of shayari, there are also other varieties that are related to dua shayari. These include spiritual shayari, which is focused on divine love and compassion, and religious shayari, which is focused on praise and worship. These types of shayari are often used in prayer and during times of contemplation and reflection. They can be a great way to connect with the divine and to express one’s deepest feelings and thoughts.
Conclusion
Dua shayari has been around for centuries, providing solace and comfort to its readers. It is an important part of our cultural and literary heritage, and continues to be relevant in modern life. It offers a way to express our gratitude and appreciation to God, as well as being a source of strength and comfort in times of difficulty. It is a reminder that we are never truly alone and that God is always there for us. Dua shayari is a powerful form of poetry that is as timeless as the feelings it conveys. It is a reminder of the power of faith and prayer, and of the strength that can be found in asking for help. Its beauty and relevance will continue to be an important part of our lives for many years to come.
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