
मैं शिकायते भी किससे करूँ, सब किस्मतों की बात है, तेरी सोच में भी नहीं हूँ मैं, मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ तू याद हैं।

मुझ से दोस्त नहीं बदले जाते चाहे हो लाख दूरी, यहां लोग भगवान बदल देते है, बस एक मुराद पूरी न होने पर।

कि टूट के बिखर जाऊं मोतियों की माला नहीं हूं मैं, तुझे घुटने टेकने पर मजबूर कर दूंगा, यूपी वाला हूं मैं।

तू मॉडर्न शहर की छोरी, मैं गांव का सिम्पल छोरा प्रिये, मैं क्यूट देशी मुण्डा, तू ऐट्टिटयूड वाली प्रिये।