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शनैश्चर
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शान्त
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सर्वाभीष्टप्रदायिन्
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शरण्य
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वरेण्य
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सर्वेश
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सौम्य
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सुरवन्द्य
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सुरलोकविहारिण्
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सुखासनोपविष्ट
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सुन्दर
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घन
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घनरूप
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घनाभरणधारिण्
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घनसारविलेप
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खद्योत
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मन्द
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मन्दचेष्ट
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महनीयगुणात्मन्
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मर्त्यपावनपद
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महेश
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छायापुत्र
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शर्व
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शततूणीरधारिण्
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चरस्थिरस्वभाव
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अचञ्चल
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नीलवर्ण
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नित्य
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नीलाञ्जननिभ
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नीलाम्बरविभूशण
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निश्चल
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वेद्य
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विधिरूप
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विरोधाधारभूमी
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भेदास्पदस्वभाव
वज्रदेह
वैराग्यद
वीर
वीतरोगभय
विपत्परम्परेश
विश्ववन्द्य
गृध्नवाह
गूढ
कूर्माङ्ग
कुरूपिण्
कुत्सित
गुणाढ्य
गोचर
अविद्यामूलनाश
विद्याविद्यास्वरूपिण्
आयुष्यकारण
आपदुद्धर्त्र
विष्णुभक्त
वशिन्
विविधागमवेदिन्
विधिस्तुत्य
वन्द्य
विरूपाक्ष
वरिष्ठ
गरिष्ठ
वज्राङ्कुशधर
वरदाभयहस्त
वामन
ज्येष्ठापत्नीसमेत
श्रेष्ठ
मितभाषिण्
कष्टौघनाशकर्त्र
पुष्टिद
स्तुत्य
स्तोत्रगम्य
भक्तिवश्य
भानु
भानुपुत्र
भव्य
पावन
धनुर्मण्डलसंस्था
धनदा
धनुष्मत्
तनुप्रकाशदेह
तामस
अशेषजनवन्द्य
विशेषफलदायिन्
वशीकृतजनेश
पशूनां पति
खेचर
खगेश
घननीलाम्बर
काठिन्यमानस
आर्यगणस्तुत्य
नीलच्छत्र
नित्य
निर्गुण
गुणात्मन्
निरामय
निन्द्य
वन्दनीय
धीर
दिव्यदेह
दीनार्तिहरण
दैन्यनाशकराय
आर्यजनगण्य
क्रूर
क्रूरचेष्ट
कामक्रोधकर
कलत्रपुत्रशत्रुत्वकारण
परिपोषितभक्त
परभीतिहर
भक्तसंघमनोऽभीष्टफलद
Welcome to our blog! My name is Yuvraj Kore, and I am a blogger who has been exploring the world of blogging since 2017. It all started back in 2014 when I attended a digital marketing program at college and learned about the intriguing world of blogging.