

देख पगली तेरे दिल का, हक़दार बनना चाहता हु, चौकीदार नही।


क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है।
लगने लगते है अपने भी पराये,
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।


पता है हमें प्यार करना नहीं आता मगर,
जितना भी किया है सिर्फ तुमसे किया है।


मैं अपनी मोहब्बत में बच्चो की तरह हूँ,
जो मेरा हैं बस मेरा है किसी और को क्यो दुँ।


मेरी आँखों ने चुना है तुझको, दुनिया देखकर
किसका चेहरा अब मैं देखूं, तेरा चेहरा देखकर…


आईना देखोगे तो मेरी याद आएगी
साथ गुज़री वो मुलाकात याद आएगी
पल भर क लिए वक़्त ठहर जाएगा,
जब आपको मेरी कोई बात याद आएगी।


कितना प्यार है इस दिल में तेरे लिए, अगर बयां कर दिया तो,
तू नहीं ये दुनिया मेरी दिवानी हो जायेगी।


ना हीरों की तमन्ना है और ना परियों पे मरता हूँ,
वो एक भोली सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ।


हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी,
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।


एक बात बोलूँ मोहब्बत और भी बढ़ जाती है दूरियों से।