
[खैर तुम मुझे-समझी नही,]
[मुस्कुराने के बाद में रोया क्यो था???]

|| कितनी –खूबसूरत– हो जाती है💖 उस वक़्त दुनिया,
|| जब कोई अपना कहता है, 💖तुम याद आ रहे हो।

#दूर रहकर भी तुम्हारी हर ख़बर रखतें हैं…
@हम पास #तुम्हें कुछ इस #कदर रखते है ।

[प्यार] से चाहे-सारे (अरमान) माँग लो,
//_रूठकर चाहे मेरी_मुस्कान माँग लो,
//_तमन्ना ये है कि न_देना कभी धोखा,
[फिर] हँसकर चाहे_मेरी जान माँग लो_!!!


#तोड़ कर #फेंक दी #होगी उसने, #तोहफे मे दी वो #चूड़ियाँ…
#डर था #उसे_खनकेगी #हाथ मे तो #हम_याद #आयेंगे….!!!

कहीं_और सिर टिका_लूँ_तो आराम नहीं_आता,
बेअक्ल_दिल अच्छी तरह पहचानता है कन्धा_तुम्हारा।

#कितना कुछ जानता होगा वो शख्स मेरे बारे में,
मेरे *मुस्कुराने *पर भी जिसने पूछ_लिया की तुम उदास क्यों हो?

- $_बड़ी-मुद्दत से $चाहा है तुझे बड़ी_दुआओं से पाया है तुझे !!!
- तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे? किस्मत की %लकीरों से चुराया है तुझे।_$

–मेरी मोहब्बत की-हद ना तय-कर पाओगे तुम,
@तुम्हें साँसों से भी ज्यादा $मोहब्बत करते है हम।