

जब से तू जिंदगी से अलग हुई है ना कभी बैटरी low होती है
और ना कभी बैलेंस low होता है।


बहुत कुछ बदला हैं मैने अपने आप में,
लेकिन तुम्हें वो टूट कर चाहने की आदत अब तक नहीं बदली।


तू हज़ार बार भी रूठे तो मना लूँगा तुझे,
मगर देख, मुहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो।


बदलेंगे नहीं ज़ज़्बात मेरे तारीखों की तरह,
बेपनाह इश्क़ करने की ख्वाहिश उम्र भर रहेगी।


हर मर्ज़ का इलाज़ मिलता था उस बाज़ार में,
मोहब्बत का नाम लिया और दवाख़ाने बन्द हो गये।