
पवित्र पुस्तकों में कई अच्छी बातें कही जा सकती हैं, लेकिन केवल उन्हें पढ़ने से कोई धार्मिक नहीं होगा।

सत्य बताते समय बहुत ही एक्राग और नम्र होना चाहिए, क्योकि सत्य के माध्यम से भगवान का अहसास किया जा सकता हैं।

शुद्ध ज्ञान और शुद्ध प्रेम एक ही चीज हैं। ज्ञान और प्रेम से जिस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता हैं वो एक ही हैं और इसमें भी प्रेम वाला रास्ता ज्यादा आसान है।

भगवान हर जगह है और कण-कण में हैं, लेकिन वह एक आदमी में ही सबसे अधिक प्रकट होते है, इस स्थिति में भगवान के रूप में आदमी की सेवा ही भगवान की सबसे अच्छी पूजा है।

यदि आप पागल ही बनना चाहते हैं तो सांसारिक वस्तुओं के लिए मत बनो, बल्कि भगवान के प्यार में पागल बनों।

गंदा दर्पण सूरज की किरणों को कभी नहीं दर्शाता, इसी तरह से जो लोग अशुद्ध हैं उनमे प्रभु की महिमा कभी भी नहीं दिखती है।

भगवान को सभी पथो और माध्यमों के द्वारा महसूस किया जा सकता हैं, सभी धर्म सच्चे और सही हैं। महत्वपूर्ण बात यह यह कि उस तक पहुँच पाते हैं या नहीं। आप वहां तक जानें के लिए कोई भी रास्ता अपना सकते हैं रास्ता महत्व नहीं रखता

सत्य बताते समय बहुत ही एक्राग और नम्र होना चाहिए क्योकि सत्य के माध्यम से भगवान का अहसास किया जा सकता हैं।

बंधन तो मन का है और स्वतंत्रता भी मन की है। यदि आप कहते हैं कि मैं एक मुक्त आत्मा हूँ, मैं परमेश्वर का पुत्र हूँ और वो ही मुझे बाँध सकते है तो तुम निश्चय ही स्वतन्त्र हो जाओगे।

शुद्ध ज्ञान और शुद्ध प्रेम एक ही चीज हैं। ज्ञान और प्रेम से जिस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता हैं वो एक ही हैं और इसमें भी प्रेम वाला रास्ता ज्यादा आसान है।

जब हम पीड़ित और गरीब होते है तब हम पूछते है, मैं ही क्यूँ? लेकिन अगर हम अमीर और समृद्ध होते तो क्या हम पूछते, मैं ही क्यूँ?

भगवान से प्रार्थना करते हैं कि धन, नाम और प्राणी आराम के रूप में इस तरह के अस्थायी बातें करने के लिए आपका लगाव हर दिन कम से कम हो।

जो मनुष्य दूसरों के लिए, बिना किसी स्वार्थ के मकसद के लिए काम करता है, वह वास्तव में खुद का भला करता है।

जब दिव्य दृष्टि प्राप्त होती है, तो सभी समान दिखाई देते हैं, और अच्छे और बुरे, या उच्च और निम्न का कोई भेद नहीं रहता है।

भगवान से प्रार्थना करें कि धन, नाम, और जीव आराम जैसी ऐसी क्षणभंगुर चीजों के प्रति आपका लगाव हर दिन कम से कम हो जाए।

जब फूल खिलता है तो मधुमक्खी बिना बुलाए आ जाती है, वैसे ही हम जब प्रसिद्द होंगे तो लोग बिना बताए ही हमारा गुणगान करने लगेगे।