
चलो, सब कुछ छोडकर जल्दी जल्दी सो जाओ,
बाद मे बोलना मत हम किसी और के सपनों में चले गए।

जब रात को आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नजर आती है,
खोजती है निगाहे उस चेहरे को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है।

नहीं पता कौन सी बात आखरी हो,
ना जाने कौन सी मुलाकात आखरी हो,
याद करके इसलिए सोते हैं सब को,
ना जाने जिंदगी में कौन सी रात आखिरी हो।

ए पलक तु बन्द हो जा, ख़्वाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी,
इन्तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगा, कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी।

अरे दिवानो ज़रा मेरा कहना मानो, ज़्यादा Mobile में मत गूसो,
कभी दिल की भी मानो, और सो जाओ और देख लो प्यारे सपने।