

आज दरगाह में मन्नत का धागा नहीं,
अपना दिल बाँध के आया हूँ तेरे लिए।


जिंदगी की राहों में मुस्कराते रहो हमेशा, क्योंकि
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं, हमसफ़र नहीं।


प्यार हो जाता है, करता कौन हैं
हम तो कर देंगे प्यार में जान भी कुरबान,
लेकिन पता तो चले कि..
हम से प्यार करता कौन हैं।


सोचता हूँ हर कागज पे तेरी तारीफ करु,
फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।


सबको प्यार करने के लिए हम इस दुनिया में आए थे,
पर बीच में आप जरा ज्यादा पसंद आ गए हो।


अगर हम सुधर गए तो उनका क्या होगा
जिनको हमारे पागलपन से प्यार है।


चाहुं तो भी तुझसे गुफ्तगू हो नही सकता,
दिल रोया इतना कि चुप हो नही सकता,
भले ही तुझ पर जिंदगी निसार कर दुं पर,
तुझे मेरे प्यार का अहसाह हो नही सकता।


अच्छा लगता है जब कोई कहता है,
कोई बात नहीं, मै हूं ना तुम्हारे साथ।


एक बात बोलूँ मोहब्बत और भी बढ़ जाती है दूरियों से।


काश ये सपना भी पूरा हो जाये,
हम भी किसी के सपनों मे आ जाये,
हो हमारा जिक्र उनके लबों पर,
हम भी उसके दिल मे बस जाये।