
खामोश कोई शोर ना करे,
क्यूँकि एक हसीन ख़्वाब आने की तैयारी में हैं,
छुप छाप चादर ओढ़ के सो जाइये।

अंधेरी सड़क सुनसान कब्रिस्तान,
सूनी हवेली काला आसमान,
बिजली कडकी आया तुफान,
रात हो गयी सो जा शैतान।

जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,
रात होती है तो आँखों में उतर आता है,
मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं,
वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है।