Aankhe Shayari । आँखे शायरी

तेरी आँखों की तौहीन है ये, जरा सोचो? तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है।

तेरी आँखों की तौहीन है ये, जरा सोचो? तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है।

ये आईने नही दे सकते तुम्हे तुम्हारी खूबसूरती की सच्ची ख़बर, कभी मेरी इन आँखों में झांक कर देखो की कितनी हसीन हो।

ये आईने नही दे सकते तुम्हे तुम्हारी खूबसूरती की सच्ची ख़बर, कभी मेरी इन आँखों में झांक कर देखो की कितनी हसीन हो।

वो नकाब लगा कर खुद को, इश्क से महफूज समझते रहे, नादां इतना भी नहीं समझते कि, इश्क चेहरे से नहीं आँखों से शुरू होता है।

वो नकाब लगा कर खुद को, इश्क से महफूज समझते रहे, नादां इतना भी नहीं समझते कि, इश्क चेहरे से नहीं आँखों से शुरू होता है।

खुबसूरत है ऑंखें तेरी रात को जागना छोड़ दे, खुद-ब-खुद नींद आ जायगी तो मुझे सोचना छोड़ दे।

खुबसूरत है ऑंखें तेरी रात को जागना छोड़ दे, खुद-ब-खुद नींद आ जायगी तो मुझे सोचना छोड़ दे।

ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे, जिसकी आखो को देख दुनिया फना हैं।

ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे, जिसकी आखो को देख दुनिया फना हैं।

तुम्हारे चाँद से चेहरे की अगर दीद हो जाए, कसम अपनी आँखों की,हमारी ईद हो जाए ।

तुम्हारे चाँद से चेहरे की अगर दीद हो जाए, कसम अपनी आँखों की,हमारी ईद हो जाए ।

मुझे मालूम है तुमने बहुत बरसातें देखी है,  मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है।

मुझे मालूम है तुमने बहुत बरसातें देखी है, मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है।

आँखों‬ में तेरा सपना,‪ ‎दिल‬ में तेरी ख्वाहिश, ‎बस‬ हमेशा यूँ ही साथ रहना,‪ ‎इतनी‬ सी है गुजारिश।

आँखों‬ में तेरा सपना,‪ ‎दिल‬ में तेरी ख्वाहिश, ‎बस‬ हमेशा यूँ ही साथ रहना,‪ ‎इतनी‬ सी है गुजारिश।

आँखों मे आँसुओं की लकीर बन गई, जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई, हमने तो सिर्फ रेत में उँगलियाँ घुमाई थीं, गौर से देखा तो आप की तस्वीर बन गई।

आँखों मे आँसुओं की लकीर बन गई, जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई, हमने तो सिर्फ रेत में उँगलियाँ घुमाई थीं, गौर से देखा तो आप की तस्वीर बन गई।

तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो?  तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है मुनव्वर राना।

तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो? तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है मुनव्वर राना।

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